रविवार

संकट अभी टला नहीं और झंझट लेने पर तुले हो

जय हो

किसी ने सच ही कहा है दुम अगर टेढ़ी है तो लोहे की पाइप भी उसे दस सालो में ठीक नहीं कर सकता ! यह अब दिख रहा है मौर्या टीवी में ! किसी तरह प्रकाश झा चैनल को ओनएयर करना चाहते हैं तो टेढ़ी दुम वाले साहेब लोग आपस में ही उलझा देते है चैनल को ! अब देखिये ना तयारी २६ जनवरी को झंडा फहराने की है पर चैनल के राजीवमिश्रा गायब हो गए है ! दस दिनों से दफ्तर नहीं आ रहे हैं ! संकट ही संकट ! भाई प्रभात झा लौट आये डाकू के मुखबीर को पत्रकार बनाकर और गेस्ट हाउस में डेरा डंडा जमा लिए है ! तो रत्तू भैया लाज शर्म बेचकर फिर चैनल में बिना पेंदी के लोटे डीएम राजेश के साथ लौट आये है ठीक उसी तरह जैसे किस्से की बुढ़िया रोज़ नदी से लौट आती थी लोग पूछते थे की मरी क्यों नहीं तो बुढ़िया का जवाव होता था की घास ने रोक लिया ! और रत्तू भैया को भी ऐसे ही कोई रोक लेता है बेचारा डूब भी नहीं पाता लगातार जलील होने के बाद रत्तू को अब पता है नहीं है की ज़लील कहते है किसे !दरअसल रत्तू के सामने परेशानी है की उसने मौर्या टीवी के स्टाफ बनते ही मारुती गाडी खरीद लिया और उसका किस्त देना है सो ज़लील क्या लात भी लोग मारेंगे तो भी भैया काम करेंगे भले ही .... टेस्ट चेंज करने वाला ही काम क्यों ना हो !
अब एक बात और की मौर्या टीवी वाले कई नेट ब्लॉग को पैसे दें रहे की उनके बारे में असलियत ना लिखा जाय ! पर सच यह है की मौर्या के अन्दर अफरातफरी मची है सब भागना चाहते है पर बाहर कोई काम देने को तैयार ही नहीं ! वैसे कोलकाता में सड़क पर इंस्पेक्टरी करने वाले सरकार को रख कर अच्छा ही हुआ यहाँ भी आग लग सकती है ! सरकार को सीएनइबी ने इसी लिए निकाल दिया था की इसके रहते सर्वर में आग लग गयी थी अब मौर्या वाले समझे !
तेज़ तर्रार प्रोडूसर लोग आकर ज्वाइन कर लिए पर काम ही पता नहीं ! दरअसल प्रकाश झा ने आज़ादी ही नहीं दी है की कोई अपने मन से काम करे अगर बिना पूछे किया तो हलाल !
बहरहाल राजीव मिश्रा दिल्ली में नौकरी की तलाश में लग गए है और खबर तो यह है की बिहार के एक राजनीतिग्य के पैसे से चैनल ही लायेंगे ! देखें क्या क्या सब दिखाए जिंदगी !
जय हो

शुक्रवार

नए टेक्नीकल हेड

जय हो

एक खबर मौर्य टीवी के लिए की मोहंती के ऊपर एक नए टेक्नीकल हेड आ गया है ! जो अब चैनल लौंच करेगा !

जय हो

सोमवार

भला है बुरा है जैसा भी है मेरा पति मेरे देवता है

जय हो

यह किसी के घर में घुस कर उसके बेडरूम में झाँकने की मेरी कोशिश नहीं है कि वहां देखू कि कोई यह गाना गा रही है या ... रही है ! लेकिन जब संकट आता है तो पेड़ , पौधे , सड़क , गिट्टी , बालू , दीवाल सबमे सुनने कि शक्ति आ जाती है! तेज़ आवाज़ होते ही चमकू बैल कि तरह ये तमाम चीज़ हिनहिनाने लगते है और खबर फ़ैल जाती है ! किसी लेखक ने बिलकुल सही लिखा है कि आप रात या दिन भले ही सोते हैं पर आपकी जीभ नहीं सोती है ! अब जबकि कहानी कि जानकारी सबको हो गयी तो श्रीमानजी कहानी कि नायिका का तबादला कर दिया गया है ! वह भी उसके भाषा भाषी इलाके में जहाँ किसी चीज़ कि गूँज नहीं होती सब कुछ ऐसे ही गर्त में मिल जाता है और कुछ भी शेष बचाता है तो सिर्फ स्मिरितियाँ !
भले ही आज मटुक नाथ अपनी शर्मनाक हालत को लेकर निर्लज्जता कि सीमा लांघ जाए और सरेआम मंच से अपने घटिया प्रेम कि दुहाई दें पर कोई भी एक सभ्य व्यक्ति अपने घर उन्हें नहीं बुलाता ... तो यह है समाज ! नीचता की सीमा के पार कर किसी के लिए समाज से टकराने कि जरुरत उस उम्र में पड़ती है जहाँ बालक मन प्रभावी होता है ! अब यह सब करने का अर्थ सीधा है कि आप दलदल में जाना चाहते हैं .............. तो जाएये ! गुड बाय !
अनानास के खेती वाले इलाके अखबार के लिए वह जगह है जहाँ किसी को कालापानी कि सजा दिया जा सके ! सो तय हुआ और मैडम कालापानी भेज दी गयी हैं भले वो ज्वाइन ना करें यह अलग बात है !लेकिन इस खबर ने मीडिया जगत में जातिवाद फैला दिया है ! जाति के पत्रकार भाई सब इकट्टा है कि जाति को बदनाम किया जा रहा है ! पर कोई भी जुबान से पाप के खिलाफ क्यों नहीं है ... पाप और पापी , अपराध और अपराधी , कुकर्मी और कुकर्म को बढ़ावा देने से कोई फायदा नहीं है बंधू !
खैर , दुनिया में लहू के दो रंग है यह अब समझ गया ... आप समझे ... नहीं ना .... तो आप अनाड़ी है ! अब ..... जय हो

भला है बुरा है जैसा भी है मेरा पति मेरे देवता है

जय हो

यह किसी के घर में घुस कर उसके बेडरूम में झाँकने की मेरी कोशिश नहीं है कि वहां देखू कि कोई यह गाना गा रही है या ... रही है ! लेकिन जब संकट आता है तो पेड़ , पौधे , सड़क , गिट्टी , बालू , दीवाल सबमे सुनने कि शक्ति आ जाती है! तेज़ आवाज़ होते ही चमकू बैल कि तरह ये तमाम चीज़ हिनहिनाने लगते है और खबर फ़ैल जाती है ! किसी लेखक ने बिलकुल सही लिखा है कि आप रात या दिन भले ही सोते हैं पर आपकी जीभ नहीं सोती है ! अब जबकि कहानी कि जानकारी सबको हो गयी तो श्रीमानजी कहानी कि नायिका का तबादला कर दिया गया है ! वह भी उसके भाषा भाषी इलाके में जहाँ किसी चीज़ कि गूँज नहीं होती सब कुछ ऐसे ही गर्त में मिल जाता है और कुछ भी शेष बचाता है तो सिर्फ स्मिरितियाँ !
भले ही आज मटुक नाथ अपनी शर्मनाक हालत को लेकर निर्लज्जता कि सीमा लांघ जाए और सरेआम मंच से अपने घटिया प्रेम कि दुहाई दें पर कोई भी एक सभ्य व्यक्ति अपने घर उन्हें नहीं बुलाता ... तो यह है समाज ! नीचता की सीमा के पार कर किसी के लिए समाज से टकराने कि जरुरत उस उम्र में पड़ती है जहाँ बालक मन प्रभावी होता है ! अब यह सब करने का अर्थ सीधा है कि आप दलदल में जाना चाहते हैं .............. तो जाएये ! गुड बाय !
अनानास के खेती वाले इलाके अखबार के लिए वह जगह है जहाँ किसी को कालापानी कि सजा दिया जा सके ! सो तय हुआ और मैडम कालापानी भेज दी गयी हैं भले वो ज्वाइन ना करें यह अलग बात है !लेकिन इस खबर ने मीडिया जगत में जातिवाद फैला दिया है ! जाति के पत्रकार भाई सब इकट्टा है कि जाति को बदनाम किया जा रहा है ! पर कोई भी जुबान से पाप के खिलाफ क्यों नहीं है ... पाप और पापी , अपराध और अपराधी , कुकर्मी और कुकर्म को बढ़ावा देने से कोई फायदा नहीं है बंधू !
खैर , दुनिया में लहू के दो रंग है यह अब समझ गया ... आप समझे ... नहीं ना .... तो आप अनाड़ी है ! अब ..... जय हो

रविवार

काठ की हांडी बना मौर्य टीवी

जय हो

आखिरकार वही हुआ जो नहीं होना चाहिए था ! रत्तु भैया घर बैठ गए हैं ! खबर है की भैया को डिप्टी एडिटर से सीधे प्रोडूसर बना दिया तो भैया का दीमाग गरम हो गया और घर आकर बैठ गए ! हो भी क्यों नहीं ऐसी बेइज्जती कभी किसी का ना कभी हुआ और ना होगा ! मैत्री को प्रोमोसन , अकरम सर को बटन बढ़ गया और रत्तु भैया को अंगूठा ! चलिए यह जानकारी है की रेपोटर को दो सौ रूपये बढ़ा दिए गए और कैमरा मैं को पांच सौ ! कोई बात नहीं ! नए सर ने तो अब रत्तु भैया के टीवी दफ्तर नहीं आने पर क्लास के दौरान अब गाना बजाना ही कर रहे हैं ! क्योंकि मुकेश कुमार और गुंजन सिन्हा अपने ज़माने की किशोर कुमार और मुकेश है सो गा रहें है ! नहीं गायेंगे तो करेंगे क्या ! नए टेक्नीकल ने तो सर्वर का भट्टा बैठा दिया है !
पर मौर्य के कर्मी प्रभंधन से अब भी नाराज़ है क्योंकि प्रकाश झा ने अब भी चैनल को बेत्तिया के पोलिटिक्स से जोड़ रखा है ! अब देखिये ना एक तरफ चैनल में २००/ ५०० की बढ़ोत्तरी और बेतिया स्ट्रिंगर और डाकू का मुखबीर रूपेंद्र को १५००० की सैलरी पर रख लिया है ! ताकि अगले विधान सभा चुनाव में डाकू के बेटे का समर्थन मिल जाए !पता ही नहीं है की डाकू के मुखबीर को रेपोटर बना देने से चुनाव नहीं जीत सकते प्रकाश बाबु ! यह फिल्म नहीं है की कहानी गढ़ लिए और दर्शक को मुर्ख बनाकर फाइनेंसर का रकम दे दिए !
वैसे ताज़ा खबर यह भी है की मौर्य टीवी की एचआर शशि प्रभा को निकाल दिया गया है ! यह फैसला भी प्रकाश सर ने गजब तरीके से कर दिया की सांप भी मर जाए और लाठी भी ना टूटे !
अब चैनल को बिना एयर में डाले ही लौंच करने की तैयारी है ! कई लोग बहाल हो गए ! नए इनपुट , आउटपुट, पुराने को अर्चाइव की जिम्मेदारी दे दी गयी है ! सब खुस हैं काली रत्तु भैया दुखी मन से घर पर है तो गुंजन अब रत्तु भैया की जिम्मेवारी वो वाला सम्हलने लगा है !

जय हो

शनिवार

खबरदार जो दलाल कहा जीभ खिंच लेंगे

जय हो

यह मुनादी है की दलाल को आप दलाल नहीं कह सकते है चोर को इमानदार बताना होगा नहीं तो ... यह फैसला है पटना के उन नामचीनों का जो आजतक सिर्फ और सिर्फ दलाली ही करते रहें हैं ! कभी उसकी तो कभी सत्ता की तो कभी उन बेईमानो की जो ना तो बाप के हुए और ना ही माँ के ! उनकी दलाली से फायदा ये की रातो रात लक्ष्मी बिना मशक्कत के आ गयी ! लक्ष्मी आ गयी तो उसे बचाना भी है ! इसके लिए भी दलाली पर खबरदार जो दलाल कहा जीभ खिंच लेंगे !

अब आप समझ गए होंगे की तालिबान से भी कड़े लोग हैं ! चाबुक से नहीं वल्कि आपको सेट कर देंगे वो भी ऐसा की पानी नहीं मिलेगा ! पर बंधू एक आप ही नहीं शेर पैदा हुए हैं यहाँ शेर पर सावाशेर भी हैं जो दलाल को दलाल , चोर को चोर कहने की हिम्मत ही नहीं माद्दा भी रखते हैं ! अब तक आँखों पर पट्टी बाँध कर धर्म राज की भूमिका अदा करने वालो ने नहीं सोचा की गलतियाँ हर इन्सान से होती हैं पर उन गलतियों को सुधारने की कला होनी चाहिए ! धर्मराज की तरह हर गलती पर चुप रहना भी अपराध है !

यह सही है की सच बोलने लिखने के लिए खुद को मज़बूत करना होता है ! चाणक्य की धरती पर राजनीति और रणनीति की जानकारी सब को है ! लिहाज़ा होना यह चाहिए की सच के साथ षड्यंत्र का विरोध हो ! कलम के सिपाही का काम ही यही है ! चलिए यह तो एक सुझाव है ! माने तो ठीक ना माने तो भी ठीक ! मेरी लेखनी ऐसे की खिलाफ रहेगा !

जय हो

शुक्रवार

रात के अँधेरे का सच

जय हो

आज एक खुलासा और ! मौर्या टीवी को लेकर चल रहे उठा पटक के बीच चोरी चोरी चुपके चुपके एक और राज की बात है जो मौर्या के मालिक प्रकाश झा के अलावे और कोई जानता है तो वह है तेज़ चैनल के सुजीत झा ! बात यह है की भले ही दुनिया के सामने यह जाहिर हो की सुजीत झा और प्रकाश झा के बीच कोई बात नहीं होती पर सच तो यह है की दोनों रात के अँधेरे में मिलते है और सुबह की उजास फैलते ही ऐसे नज़र आतें है जैसे कभी मिले ही ना थे ! है ना बात मजेदार ! दोनों रात में मिलते है गिला शिकवा तो करते ही नहीं फैसले की बात होती है और देखिये इन पाखंडियो को की सबके सामने सच कहने से डरते हैं ! अभी की ही बात लीजिये प्रकाश झा आये रात में दोनों में घंटो बाते हुई ! जाहिर है बात घर परिवार की नहीं हुई क्योंकि इसके बाद प्रकाश झा ने मुकेश कुमार और गुंजन पर संगीन तान दिया है की पंद्रह दिन में बताओ की चैनल लौंच कर पाओगे की नहीं ! बेचारे , रांची भागे ... कई से बात की मिले और तो और जब गुंजन हैं तो फिर क्या कहना मधुर शील भी रांची के ऑफिस में आये ! नौकरी चाहिए ना ! वैसे गुंजन को मधुर काफी दिनों से जानते हैं ! तब से जब मधुर इ टीवी में स्ट्रिंजर थे ! गुंजन की ही कृपा थी ... आखिर एल का सवाल था ! सो गुंजन अब लौट आये तो मधुर समेत तमाम वे जो स्वाद जानते हैं गुंजन के इर्द गिर्द इकठ्ठा हो गए हैं ! आखिर तड़का चाहिए तो कुछ तो करना परेगा !
क्योंकि सब जय हो का कमाल है १

जय हो

मंगलवार

फिर एक बोबी काण्ड करने कि तैयारी

जय हो

इस बार मै आपको एक ऐसी कहानी बताने जा रहा हूँ जिससे आपका रूह काँप जाएगा ! कथा काजल कि कोठरी के उस सच्चाई कि है जिसे पूरी तैयारी के साथ छुपाने की कोशिश ही नहीं की जा रही है वल्कि इस कहानी की नायिका की जान जोखिम में है ! दो साल से रुमाल कि तरह जिसे यूज किया गया आज उस रुमाल को हमेशा के लिए मिटा देने कि तैयारी कर ली गयी है ! आप सोच रहे होंगे कि आखिर मुहावरे में मै क्या कह रहा हूँ पर आपको थोडा सोचना होगा तस्वीर साफ़ हो जायेगी ! बस आपसे गुजारिश यही कि अगर कहानी की नायिका को पहचान जाइए तो उसे बचा लीजिये उन दरिंदो से जो पत्रकारिता और राजनीती को गन्दा कर रहे हैं !
सिगरेट उसके हाथो में बुझने लगी थी जबकि पहला मौका था जब उसने उनके दिए सिगरेट पी रही थी ! पटना के नागेश्वर कालोनी के अपार्टमेन्ट में प्रिया अन्दर से सिगरेट कि तरह सुलग रही थी ! सामने सत्ताधारी पार्टी में अभी अभी शामिल हुआ नेता जो अब उसका पति है बैठा है और लगातार एक ही रट लगा रहा है कि अब बच्चा नहीं चाहिए ... बच्चा गिरा दो ! शब्द कानो मर पिघले शीशे कि तरह घुस रहा था ! सिगरेट का ऐअश के साथ धुंआ कि लकीर को देख रही थी प्रिया ! सोच नहीं पा रही थी कि क्या जवाब दे ! धुवें कि लकीर के साथ वो खोने लगी अपने अतीत में !.......... वह तो सिर्फ मीडिया के लोगो से मिलना चाहती थी .... मीडिया में काम का ऑफर मिला तो अपने को रोक नहीं सकी ! देश के नंबर दो के अखबार का पटना एडिसन ...कैसे रूकती !
खुद बॉस थे सामने ! हौले से पहले पीठ और बाद में .... पहले तो लगा कि अपनत्व दिखा रहे हैं पर जब हाथो का दवाब बढ़ा तो .... समझ ही नहीं पायी ... तरक्की हो गयी ! समझ में आया तो देर हो चुकी थी ! उसके बाद ......... कौन नहीं आया ... ऊपर से नीचे तक के सारे अधिकारी ! सबने तरक्की का आश्वासन दिया ! और मिला भी ! मीडिया इवेंट कि ये खुद बॉस हो गयी ! पर काम वही था ... सबको खुस करना ! और यही करना भी पड़ा ... इसे आप जो भी कह ले मजबूरी या रजामंदी ! पर ये अधिक दिनों तक नहीं चला ! नए फल खाने के शौकीनों को पटना जैसे शहर में इसकी कमी भी नहीं है यह प्रिया अच्छी तरह समझ गयी ! पर इसी बीच में नेता जी का आगमन बढ़ा ! नेता जी पुराना घर छोड़ चुके थे और नयी पार्टी में मान बढ़ गया था ! अखबार में आना जाना पहले से था सो इसबार बॉस ने नेता जी खुश करने के लिए प्रिया को साथ लगा दिया ! बस नेता जी धन्य हो गए ! पहले पटाया फिर शादी कि और गाडी फ्लैट खरीद दिया ! मौज होने लगा ! पर खेल में अडंगा लग गया तब जब प्रिया माँ बनने कि स्थिथि में आ गयी ! नेता जी के घर में पता चला तो पत्नी ने ज़हर खा लिया ! नेता जी का भाई गुस्से में आ गया और पहले तो फ्लैट पर ताला मार आया फिर अखबार के दफ्तर जा कर गाली गलौज कर आया ! प्रिया अपनी जान बचाने के लिए छुप गयी है तो नेता जी नज़र नहीं आते !
मज़ा में अखबार के बॉस !

जय हो

रविवार

छोटे मियां गायब

जय हो



मौर्य टीवी के पीछे एक ही है जो साथ चलता है वह है दुर्भाग्य ! अब देखिये चैनल लौंच करने की जद्दोजहद को लेकर ही इसके सुप्रीमो प्रकाश झा पटना में कैम्प किये हैं ताकि चैनल को किसी तरह लौंच कर दिया जाय पर मौर्य टीवी के दफ्तर में आते ही उन पर भी भूत सवार हो गया और अब तक मौर्य को गताल में पहुँचाने वालो की सलाह पर सात कर्मियों को निर्मम तरीके से बाहर कर दिया ! और टीवी में काम करने वालो से कहा की इन पर पहले से ही नज़र थी ! कौन सी नज़र ? खुलासा को खबर पहुँचाने पर ? या चैनल के अन्दर हो रहे बेशर्मी के खिलाफ आवाज़ उठाने पर ! ये सिर्फ माननीय प्रकाश झा ही जानते हैं !
वैसे प्रकाश झा इन दिनों अपने भाई को लेकर काफी परेशान हैं ! जब से प्रभात झा के लिए उन्होंने मौर्य टीवी का दरवाज़ा बंद किया है और गेस्ट हाउस का कमरा बंद कराया है प्रभात झा गायब हो गए हैं ! पटना में हैं ... मोबाइल पर बात होती है पर ... बानी एक जगह ... सुन सुन कर प्रकाश झा को जोरो का झटका धीरे से लग रहा है ! बारे भाई हैं तो क्या हुआ जब चाहे काम दिए और जब चाहे झोल्तंग बना दीजियेगा ये कोई बात हुई ! खैर भाई ने अब बंटाधार करने की प्लानिंग कर लिया है ! नया चैनलेले आयेंगे और ऊहो सुद्ध बिहारी में तब जुगाड़ते रहिएगा !
छोटे भाई का कहना भी एक हिसाब से ठीक ही है ! उम्र हो गयी पर भाई हैं की भरोसा ही नहीं करते ! हर जगह बेइज्जत कर दिया ! उ भी बलाकतारा के कहने पर ! अब कैसे जाएँ कही सब पूछते हैं की चैनल से निकाल दिया भाई ने ! हद पार कर दिया !
वैसे प्रभात झा कहाँ हैं इसके लिए जल्दी ही पीएंडएम एक बिज्ञापन छपवाने की तैयारी में है ! भाई लाओ... नौकरी पाओ ! और जोर से बोलो...जय हो!

शनिवार

सिर्फ सात की ही बलि क्यों


सिर्फ सात की ही बलि क्यों
जय हो

मौर्या टीवी वालो ने अपने संस्थान से सात लोंगो को निकाल दिया है और तीन को वार्निंग दिया है की सुधर जाओ वर्ना गए तेल बेचने ! दरअसल पिछले ढाई साल से चैनल लौंच ना कर पाने की खीझ मौर्या कर्मियों पर उतारा और सात कर्मियों को चैनल से बाहर का रास्ता दिखा दिया ! इनमे दिवाकर , आशुतोष पाण्डेय , पुरषोत्तम , संतोष श्रीवास्तव ,अनामिका ,अवनीश के साथ नीतेन्द्र है ! साथ ही नयन ,रजिया और ज्योति को एक महीने के अन्दर अपनी काबलियत साबित करने को कहा है ! ये वो लोग है जो मौर्या में राजनीती की शूटिंग के खिलाफ थे और स्पोट बॉय गलती से बन गए थे ! हालांकि पुरसोत्तम और आशुतोष पाण्डेय को प्रभात झा भी जिलेबी खिलाने को तैयार थे पर यह नहीं हो पाया !

खैर , मुकेश कुमार एंड गुंजन सिन्हा ने इंटरविउ के बहाने चैनल के तमाम लोंगो की परीक्षा ही नहीं ली वल्कि इंटरविउ के दौरान उनकी पैंट भी उतार ली थी ! मसलन , प्रिये रत्नेश्वर भाई को तो जब पूछा गया की आपने ढाई सालो में चैनल में क्या किया ? जवाब ही नहीं था! सीधा जवाब: हजुर नौकरी से मत निकालिए जो कहेंगे वो करेंगे चाय लाने से पैर पूजी तक ! काम छोड़ कर जो कहिएगा कर देंगे ! ख़ास कर आप लोंगो के लिए स्पेसल इंतजाम भी कर देंगे ! सिर्फ टेस्ट बताना होगा !

ले भाई ! गुंजन के तो मुंह में पानी और भाई की .....या खुदा अल्लाह देता है तो छप्पर फार कर देता है ! बच गयी नौकरी रत्नेश्वर की ! पर अकरम मारा गया ! उसका तो इंटरविउ महज इसलिए नहीं हो पाया की ना तो वह तीन में है ना तेरह में ! इसीलिए अभी से बाहर नौकरी खोज रहा है ! अन्दर दारु पीते बॉस की दरबानी करता है ! एक कहावत है ! लोभी के देश में ठग भूखे नहीं मरता है ! और मौर्या के ठग लोभी बॉस को सपना दिखा कर अपनी नौकरी की फ़िराक में लगे हैं !
जय हो

मंगलवार

नमस्कार और जय हो

नमस्कार और जय हो

खबर तत्काल देने का वादा दरअसल इसलिए पूरा नहीं कर सका की शहर से बाहर जाना पड़ा और जहाँ था वहां कम्पूटर की सुविधा नहीं थी !बहरहाल इतना तो आपको पता ही होगा की मौर्या टीवी में मुकेश कुमार और गुंजन सिन्हा आ चुके हैं और वहां काम करने वालो को नए सिरे से बेइज्जत कर रहें है ! शायद यह मौर्या टीवी के लिए ठीक नहीं है ! दो सालो से काम करने वालो की फिर से परीक्षा कोई सिरफिरा ही ले सकता है ! यह बात दीगर है की इस परीक्षा के पीछे का मकसद कुछ और हो ! यानी कौन किसका आदमी ! प्रभात झा का कौन , कौन है राजिव मिश्रा का सिपहसालार तो किसने थाम्ह रखी है झाज ग्रुप की कमान !
पर पहचान के लिए पत्रकारों को जलील करना कहाँ का इन्साफ है !

गुंजन तुम तो यहीं के हो बिहार के आरा घर है यह कैसे कर रहे हो तुम ! सिधांत विहीन कब से हो गए ! हाँ ठीक ही है ! अपने से जूनियर के नीचे काम करने पर मानसिकता बदल जाती है ! वही हो रहा है ! व्यापक दृष्टीकी वकालत तो अपना हित साधने के लिए करते रहे यह तो मै जानता हूँ !
ठीक है की चैनल खड़ा करना है ! करिए ... किस ने मना किया है ? पर लोंगो को जलील करना बंद कर दीजिये ! इस चैनल का इतिहास जानते हैं ना, नहीं तो रत्नेश्वर से पूछ लीजियेगा ? आपसे अधिक जिलेबिया है आपको भी गांधी मैदान घूमा देगा ! पुछिये की यहाँ जो भी तीन तड़का दिखाए गए तेल बेचने ! आप तो तेल बेच भी नहीं सकते सर जी !

चलिए आज के लिए आपको कोटा हो गया
फिर कल

जय हो

बुधवार

कहाँ गए वो दिन

जय हो

आप मुझे गाली दे सकते है ! ब्लॉग लिखने का आरोपी कह सकते है ! आपका इलज़ाम मेरे सिर माथे पर ! पर आप यह बताइए की सच लिखना गुनाह है तो मै आपका अपराधी हूँ और आपके द्वारा दिए गए सजा मुझे मंजूर है ! पर यह तेज़ चैनल का सुजीत झा और नंबर दो प्रशांत झा मुझे गाली दे तो मै सहन नहीं कर सकता ! मेरा अपराध बस यही है की सच की मुनादी नहीं करता हूँ पर हिम्मत रखता हूँ की सच लिखूं !
अब फिर मौर्या टीवी की बात ! आप कहेंगे की आखिर मौर्या में क्या है की सिर्फ उसकी बात ! तो भाइयों , मौर्या बिहार से बिहार के लिए लाने का दावा किया था मेरे दोस्तों ने ! मैंने तारीफ़ की थी पर यह क्या ! कालिदास की कहानी दुहराने लगे थे ! जिस डाल पे बैठे उसी को काटने लगे ! कौन आरोपी नहीं है इस मौर्या का ? राकेश शर्मा से लेकर असित नाथ तिवारी तक !

तारकेश्वर नाथ तिवारी का पोता असित नाथ समझता है की उसे मौर्या ने उसके टैलेंट पर नौकरी दी ! सच तो यह है की रांची के एक चैनल से पैसे गबन के आरोपी असित का विवरण और दादा का नाम बायो डाटा में ने उसको नौकरी दी थी ! चूँकि ये प्रकाश झा के इलाके से आता है और इसका छोटा भाई पहले से मौर्या में काम करता था इसी कारण नौकरी पा गया ! झोल्टंग की हैसियत थी इसकी !
चलिए इसपर लिख कर कम्पुटर का की पैड खराब नहीं करना चाहता !
आज एक खुलासा कर रहा हूँ की कुछ लोग मेरी असलियत तलाशने में लगे हैं ! मै आऊंगा सामने तो सबकी ....फट जाएगी ! वैसे एक खबर दे दूं की प्रकाश झा आये थे भाई और राजीवमिश्र को अपने मौलपर लगा गए और गुंजन को काम पर ! थैंक्स गुंजन ! काम करो ! बहुत दिन से पत्रकारिता पढ़ाने का ढोंग कर रहे थे ! सच बोलो !
यह पाठ मुकेश के लिए भी है ! यदा यदा ही धर्मस्य गलानिर भवती भारतः

संस्कृत का यह पाठ मेरा मेरा सिधांत नहीं है पर मुकेश जी और गुंजन इसे याद रखना !

जय हो

मंगलवार

भय बिन प्रीत ना होत गुसाईं

जय हो

आपकी भी जय और उनकी भी जय !

मौर्या टीवी ने चैनल लौंच करने के लिए बड़े शूरमाओं को ज्वाइन कराया है यह जानकारी तो आपके पास है! इन शूरमाओं में मुकेश कुमार चैनल हेड बनाए गए है तो वही सत्तर घाटके पानी पी चुके गुंजन सिन्हा चैनल के प्रोडक्सन चीफ बनाये गए हैं ! दोनों नौकरी की तलाश में काफी दिनों से थे ! त्रिवेणी को डुबोने के बाद मुकेश कुमार ने अब मौर्या को सम्हाला है ! पूर्वोत्तर से लेकर सेन्ट्रल तक की पत्रकारिता कर चुके महाशय महाज्ञानी हैं ! चैनल लौंच करने के सारे तीन तिकड़म जानते है ! अगर नहीं जानते होते तो गुंजन को अपने नीचेकैसे बहाल कराते! चलिए यह सब तो होता रहता है ! पर अब खबर यह है की ई टीवी को एल चैनल बनाने के बाद अब मौर्या ( एम ) चैनल को एल बनाने की तैयारी में टोपी वाले साहब ने रणनीति बनानी शुरू कर दी है ! जानकारी के मुताबिक न्यूज़ ११ के विवाद में फंस जाने के बाद वहां ई टीवी छोड़ कर गए मधुर शील को ऑफर भेजा गया है की चैनल से एक्सपर्ट आईटी टीम के साथ मुहमांगी कीमत पर आकर ज्वाइन करें ! वाह रे मधुर भाई क्या तीर मारा ! छात्र के स्ट्रिंगर से अब चैनल लौंच कर रहे हो ! बधाई भाई ! जय हो !

यह पटना के सारे लोग जानते हैं की गुंजन महान हैं ! मौर्या टीवी में काम करने वालो की अब चंडी होगी ! गुंजन के कमरे में काजू , किसमिस के अलावे बच्चो की पसंद सौस और जेल्ली भी होंगे ! खाओ और खिलाओ का मामला रहेगा ! वैसे गुंजन के घर का पता चाहिए तो ......... परेशान होने की जरुरत नहीं खुद ही बुलाकर दे देंगे ! जब हिंदी में फसेंगे तो अंग्रेजी की जुबान बोलेंगे ! वैसे भी प्रोडक्सन की जिम्मेवारी निभा रहे अकरम और रत्नेश्वर भी जितना किये उससे कम ये भी नहीं करेंगे ! खुद ही गरम चाय को ठंडी कर कर देंगे और खुद को .................... ना यह हम नहीं कहेंगे ! मुझ पर यकीन नहीं है तो कोई बात नहीं आप पता कर लीजिये की सासाराम की ...............? और राजगीर की ...................? का कितना ख्याल भाई साहब रखते थे ! कोई बात नहीं अब ई टीवी के लोंगो का भी ख़याल रखा जाएगा ! पहले लाल रंग का कर्ज उतारने के लिए भैया जी के पाण्डेय जी को ज्वाइन भी कराना है ! और फिर सब ठीक रहेगा ! जिला के स्ट्रिन्गेर से फ़ोनों का कमीशन से लेकर पेमेंट का हिसाब भी रखा जाएगा ! कोई चिंता की बात नहीं !

लेकिन इन भाइयो की चिंता यह है की प्रकाश झा इतना के बावजूद सुजीत झा से पीएंडएम में मिल लिए ! गले मिले या नहीं नहीं जानता पर पीएंडएम सोर्स के मुताबिक दोनों आधे घंटे साथ रहे ! वाह रत्नेश्वर वाह मान गए खबर तत्काल तुम्हारे पास ! क्या लिंक है भाई मान गए !
अब हालात पहले से अच्छे नहीं हैं ! सब क्यों intarview देंगे ! अकरम को ही लीजिये , एनडीटीवी से निकला हुआ , रत्नेश्वर लड़की छेड़ने के कारण पिटाई खा चुका. किस किस के बारे में लिखे कितना लिखे ! लेकिन इनका interview लेना उचित है ? नहीं सर ! मान जाइए !ठीक
है नए लोंगो का interview चल रहा है ठीक है पर इन्हें भयभीत क्यों कर रहें है ! यह मानता हूँ की भय बिन प्रीत ना होत गुसाईं ! लेकिन बेचारे ...........?

रविवार

दुआ सलाम के बाद सब ठीक है

जय हो

किसी ने ठीक ही कहा है कि राजनीती में कोई अपना पराया नहीं होता ! यह कहावत आज जमीन पर उतरा वो भी सीएम के सम्वाद कक्ष में ! एक मंच पर तीन ऐसे लोग जो एक दुसरे के जघन्य ! पर एक साथ मंच पर आये तो ऐसा लगा कभी बिछुरे ही नहीं थे ! अब लीजिये कभी दोस्त और बाद में एक दुसरे के कट्टर प्रकाश झा और सीएम नीतिश कुमार एक किताब के विमोचन के लिए संबाद कक्ष में आये ! दोनों मिले और फिर ... मौका ही नहीं दिया नीतिश कुमार ने कि गिला शिकवा दूर हो सके ! चलिए यह तो एक बात हुई ! दूसरी बात कि पत्रकार कन्हैया भेलारी काफी दिनों के बाद सीएम के सामने हाज़िर हुए ! आपको बता दूं कि विधान सभा के सीएम चैम्बर में स्टार न्यूज़ के प्रकाश कुमार के हाथो पिटने के बाद आज पहली बार सार्वजनिक हुए कन्हैया भेलारी ने सीएम के साथ प्रकाश झा कि चमचागिरी कि हद कर दी ! चलिए जो होता है वह भविष्य के लिए ठीक ही होता है ! वैसे आज प्रकाश झा काफी खुश नज़र आ रहे थे किला फतह हो गया ! सीएम से मिलवाने कि जिम्मेवारी कन्हैया भेलारी ने जो सम्हाल लिया था !

खैर , एक नयी जानकारी कि मौर्या टीवी में मुकेश कुमार को चैनल लाने कि जिम्मेवारी दी गयी है पर चैनल खुद अब प्रकाश झा देखेंगे ! क्योंकि चैनल में पहले से स्यंभू हेड बने रत्नेश्वर कि अब बैंड बजने वाली है ! प्रकाश झा ने मौर्या कर्मियों से बात करने के बाद यह फैसला दिया है कि अब चैनल के सारे लोंगो को एक परीक्षा देनी होगी उसके बाद ही उनको फिर से नौकरी दी जायेगी ! दरअसल इस डिसीजन के पीछे का सच यह है कि प्रकाश झा के सामने असित नाथ तिवारी और डीएम राजेश ने एक प्लानिग के तहत चैनल लॉन्च होने में देरी के पीछे आईटी डिपार्टमेन्ट के लोंगो को शराब पीकर आना है ! इतना सुनते ही प्रकाश झा कि भ्रीकुटी तन गयी और उन्होंने शिकायत करने वालो की मंशा को भांप कर यह फैसला दे दिया कि फिर से परीक्षा दो और नौकरी लो !

बहारहाल , संकट अब डीएम राजेश , असित नाथ तिवारी , अकरम और रत्नेस्वर के लिए है ! नए लोग तो सब फेस कर लेंगे पर इनका क्या होगा जो ना तो लिख सकते है और ना ही बोल सकते है !

जय हो

शनिवार

भैया का दुर्दिन

जय हो

ग्लैमर का नशा जब कभी चढ़ता है तो आदमी का पाँव यथार्थ की जमीं से दस गज ऊपर उठ जाता है ! कुछ साल पहले ऐसा ही नशा चढा भोजपुरी के एक सिंगर को जो देखते ही स्टेज से भोजपुरिया फिल्म में छाये और फिर छोटे परदे की अन्क्रिंग में भी अपना जलवा बिखेरने लगे ! और भैया पूरी तरह ग्लैमर के नशा में डूब गए और लगे हवा में उड़ने , रेट दो लाख से पचास लाख तक पहुँच गया फिर क्या था निर्माता निर्देशक से लेकर बड़ी हस्तियो के बीच ये अपना रंग दिखने लगे और पल पल रंग बदलने लगे ! और अपने को स्वयम्भू सुपर स्टार का गुमान पले हुए इस महानुभाव का कैरियर तेल बेचने लगा ! इसका एहसास भी भाई को हुआ पर तब जब लोग इनसे कन्नी काटने लगे बस भैया हमारे धडाम से गिर पड़े ! मुह में गर्दा भरे जब भाई को होश आया तो सीधे राजनीति की तरफ भागे पर वहां भी दाल नहीं गली तो भैया फिर भागे भागे फ़िल्मी नगरिया में आ गए !

पर इस बार भैया की बोलती बन्न !यहं तो पहले से रवि किशन , दिनेश लाल निरहुआ , विनय आनंद , पवन सिंह की तूती बोलने लगी थी लिहाज़ा भैया को कुछ नहीं सूझा तो उन्होंने एक वेव साईट से मिलकर अपने नाम डाक टिकट जारी होने का शिगूफा छोडा पर जब पोल खुली तो भैया की धोती खुल गयी ! तब भैया को भोजपुरिया चैनल में महुआ में एंकरिंग की कुर्सी का सहारा मिला जैसे डूबता को तिनके का सहारा ! पर यह क्या रवि किशन ने तो वह भी हथिया लिया ! तब किसी तरह गोटी सेट कर इसी प्रोग्राम में जज बन बैठे !पर रवि किशन की मजबूत एंकरिंग ने चैनल की टी आर पी में जबरदस्त इजाफा कर दिया अब तो भैया की छाती देखिये ..........!

इन दिनों भैया के ऊपर फिल्म के लिए पैसा लगाने को कोई तैयार नहीं है तो भैया ने फोकट में सत्तू का विज्ञापन ही करने लगे और यह भी की पहले यह विज्ञापन भोजपुरी की फेमस सिंगर कर रही थी ! भैया के सत्तू के विज्ञापन में आने के बाद गायिका जी अब लिपस्टिक और लहंगा का विज्ञापन करने वाली है तो भैया ................कही आपकी नज़र भी लिपस्टिक पर तो नहीं है !

जय हो

गुरुवार

पटना प्रेस क्लब

जय हो

पटना प्रेस क्लब को लेकर चल रहे उठा पटक में एक आज नया अध्याय जुड़ गया है ! प्रेस क्लब की सदस्यता से 594 लोग बाहर कर दिए गए हैं ! अब इन लोगो को सदस्यता नहीं दी जायेगी तबतक जबतक की ये लोग अपने कम्पनी से पीएफ का नंबर लाकर नहीं देते ! मौर्या टीवी के मालिक प्रभात झा से लेकर सहारा अखबार की तेजतर्रार निवेदिता झा तक प्रेस क्लब की सदस्यता से बाहर कर दिए गए है ! अब सवाल यह है की जब इतने साथी पत्रकार को मेम्बरशिप ही नहीं दी जायेगी तो स्यम्भु महानुभाव लोग का चिकन और शराब खायेगा कौन और पिएगा कौन ? क्योंकि 594 पत्रकार के अलावे जो लोग सदस्य रह गए है ये नंगे है और आप जानते हैं की नंगा नहायेगा क्या और पहनेगा क्या !

दरअसल आज भी प्रेस क्लब को बपौती बनाने वालो की कमी नहीं है ! जब मुद्दे की बात आएगी तो इन पत्रकारों के अन्दर भूत बनकर बैठा इनका समाजवाद , वामवाद इतना जागृत होता है की सीधे ये शराब की बोत्तल पर चढ़ जायेंगे ! पर आज ये चुप इसलिए बैठे हैं की ये चाहते है की गिने चुने ही लोग रहे और ये प्रेस क्लब में दारू बेचने से लेकर पडोसने तक के व्यवसायी हो जाये ! इनका मानना भी ठीक ही है ! क्योंकि क्लब का मेंबर बनने के लिए जब मौर्या टीवी के मालिक अपना आवेदन दे सकते है तो साफ़ है की क्लब के धंधा गिरी में फायदा बहुत है !

तो भाई , इनको समझाइये की यह पटना है और यहाँ के पत्रकार भी वही हवा पानी लेते है जो बांकी ? इसलिए बेहतर है की इज्ज़त भी बची रहे और कोई नाराज़ भी ना हो ! फार्मूला यही अपनाए क्योंकि पत्रकारों को चिढाने से मामला गड़बड़ हो जायेगा और तब कोई कुछ नहीं कर पायेगा !

खबरदार अब भी चेत जाओ

जय हो

जय हो! आज सिर्फ उस राजीव मिश्रा के लिए है जो खाता तो है मौर्या टीवी का पर गाता है सुप्रीमो के साले का! बनकर आया चैनल का प्रोजेक्ट चीफ और करनी तो देखिये ! प्रकाश झा को बेत्तिया के चुनाव में पराजित करने वाले सुप्रीमो के साले का सबसे करीबी और बिहार का सबसे बड़ा दागी जिस पर सीबीआई की नज़र रहती है और जिसे कोई भी अपने घर में नहीं ले जा सकता क्योंकि इसकी बुरी नज़र घर की बहन बेटियों पर रहती है जैसे लोंगो को मौर्या चैनल के दफ्तर में घुमा रहा है जो दागी है ! क्या आरोप नहीं है इस पर !

पटना का वह मामला आज भी लोंगो की आँखों में जिंदा है ... "शिल्पी गौतम" घटना को भुलाये नहीं भूला जा सकता ! इस घटना में सुप्रीमो के साले के साथ ये भी आरोपी था और उसी आरोपी को चैनल के दफ्तर के अन्दर..... छी छी ... शर्म आनी चाहिए ! चैनल के भीतर लड़कियां है जो भरोसे पर यहाँ काम करने आती है वह ऐसे आरोपी को लाने और घुमाने का क्या मकसद है राजीव मिश्रा ! क्या चाहते हैं की लड़किया को दिखा कर आप .... राम राम !
यह बताना जरुरी है की आजकल राजीव मिश्रा चैनल ऑनएयर करने की वजाय ऐसे ही महारथियों के साथ शाम गुजारने में यकीन रख रहे हैं ! शाम हुई नहीं की सीधे व्हाइट हाउस का रुख ! यह कितनी बुरी बात है ! पर प्रभात झा नहीं समझ पा रहे है ! राजीव मिश्रा की औकात ही यही है ! तीन डबल्यू के बिना यह रह नहीं सकता है !
१. डबल्यू एक : वाइन
२. डबल्यू दो वूमेन
३. डबल्यू तीन वेल्थ

यही है राजीव मिश्रा का जीवन और इसी को पाना उसका लक्ष्य भी है ! आज कल दागियों के साथ दोस्ती रचा कर वह चाहता भी है की मौर्या कर्मी उससे डरकर रहें ! और इसी कारण वह रात को अपने कर्मियों को फ़ोन कर गलियाता भी है और धौंस भी देता है देख लेने की ! असल में राजीव मिश्रा बेत्तिया की हार का मज़ा लेना चाहते है वह भी प्रकाश झा के पैसो पर ! खैर जो भी हो इज्ज़त जा रही है प्रकाश झा की और मज़ा ले रहा है राजीव मिश्रा !

लोभी के गाँव में ..........

जय हो

अब लगता है मौर्या टीवी का दिन बहुरने वाला है ! चैनल के बिग बॉस के आने की तारीख नज़दीक आ गयी है ! सबकी निगाह भोपाल से आने वाली गाडी पर टिकी है ! पर बिग बॉस के आने के बाद क्या होगा ? इस सवाल से परेशान सिर्फ तीन लोग ही है ! इन तीनो को पता है की आने के .................. कर दिया जाएगा ! तीनो के पास अब कोई रास्ता भी नहीं बचा है ! बांकी सारे दरवाज़े इनके लिए बंद पहले ही कर दिए गए थे !
वहीँ प्रभात झा ने मौर्या से लगता है की नाता तोड़ लिया है ! चैनल की तरफ देख भी नहीं रहे हैं ! किसी से कोई बात भी नहीं करते ! आखिर भले और सज्जन जो ठहरे ! लफंदरो ने तो फसा ही दिया था! सबसे बैर करा दिया ! कोई बात नहीं मंदिर की मूरत के साथ यही होता है !
एक बात पर जरा गौर करिए ? चैनल के इस हालत के लिए जिम्मेवार को तलाशना हो तो अंगुली किस पर उठेगी ! प्रभात झा पर ! यह सच्चाई है ! अपना दिमाग घर छोड़ आये और लफंदर के कहे अनुसार चलने लगे तो क्या होगा ! प्रभात झा को यह भी समझना चाहिए की लोभी के गाँव में ठग भूखा नहीं रहता ! प्रभात झा पत्रकार बनने का सपना क्या देखे की उतार लिया लंगोटी ! खैर अब तो सब समझ गए ना जिलेबिया दाँव! चलिए आपको ऐसी की तैसी करने वाले नहीं बचेंगे और लफंदर तो भागेंगे ही सो अब सम्हल कर दाँव खेलिए !
जय हो

रविवार

छापा रांची में हड़कंप पटना के पत्रकारों में

जय हो


डेढ़ साल सीएम क्या रह गए की अरबो के मालिक ! और महाशय मधु कोढा बननेका ख्वाब देखने वालो पत्रकारों की भी कमी नहीं है ! भाई लोंगो को पहले से ही पता था की मधु कोढा कितना उगाही कर रहे है सो बिहार के रास्ट्रीय चैनल के दिग्गज और धुरंधर भाई लोग भी रांची दौरा करने लगे ! पर भाई लोग डाइरेक्ट सीएम से ना मिलकर उनके पीएस से ही मिल कर पौ बारह कर रहे थे ! जन्म दिन की बधाई देने पटना से रांची जाते थे ...तीर्थं यात्रा भी करते थे ...... यूँ समझ लीजिये की भाई लोग चरण बंदना संस्कृति की भी रक्षा भी रांची दरबार में ही कर लेते थे ! अरे भाई करें क्यों नहीं ? अरूप के दोस्त रहे हैं ना सब ! यही तो डरने की वजह भी है की कही सी बी आई और इनकम टैक्स वाले फाइल खोज लिए तो क्या होगा !

सावधान ! आपकी तस्वीर मिल गयी है ! साथ में वह सब करते जो आप लोग करते थे छापा पड़ा तो कोई नहीं बचा पायेगा !

जय हो

मौर्या टीवी ना आज ना कल

यह बहुत ही दुखी करने वाली खबर है की मौर्या टीवी किसी भी वख्त बंद कर दिया जाएगा ! हालत इतनी ख़राब होगी यह किसी ने सोचा नहीं था पर जो तरीका इसके मालिकानों ने अब इस्तेमाल करना शुरू किया है उस हिसाब से किसी भी दिन चैनल का शटर गिरा कर भाइयो को सलाम कर दिया जाएगा ! इसके बाद क्या होगा ? वे सारे पत्रकार जो एक मौका पाकर चैनल को स्क्रीन पर देखना चाहते थे दुसरे अखबार या टीवी के दफ्तर का चक्कर लगायेंगे और उनके घर में चूल्हे की आंच मद्धिम पड़ जाएगा! एक बात मै आपको बता देना चाहता हूँ की इश्के लिए दोषी कौन होगा ? याद रखिये हमारे सम्मानित गिरमिटिया पत्रकार भाई रत्नेश्वर किसी के सामने चेहरा दिखने के लायक नहीं रहेंगे ! हमेशा लुंज पुंज दिखने वाला यह शख्स भीतर का क्यां है यह मौर्या टीवी कर्मी से बेहतर कोई नहीं जानता ! आज भी इन्टरनल बुलेटिन में गरम चाय की चुस्की के साथ अपने महिला एंकर को रिझाने का मौका नहीं छोड़ रहा है ! दरअसल इसका टीवी में काम करने का मकसद ही यही है ! यह हम नहीं इसको जानने वाला हर कोई जानता है ! वैसे भी चैनल बंद होने से इसकी सेहत पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला क्योंकि इसने दिसम्बर से अपने लिए नया काम तलाश लिया है ! पटना में बुक फेयर की दलाली !इसके बाद कोई न कोई प्रभात झा यह फिर तलाश लेगा !

हाँ फर्क परेगा ! अकरम को , घर का ईएमआई लोंगो का कर्जा , गाडी सब तो लोन पर हैं ! बच्चो को पढाना बेचारा ? भाई ने भी साथ छोड़ दिया ........कोई है ही नहीं असल में चोरी कर एक टीवी चैनल से निकले जाने के बाद इसकी हालत पतली है कोई काम देने को तैयार नहीं है ! अगर मौर्या चल भी गया तो भी नहीं रहेगा ......... सब जानते है मक्कार के लिए कोई जगह नहीं होती है !

वैसे चैनल के कई स्टाफ अभी से तारे गिन रहे है ! मैत्री झारखण्ड चली गयी तो किरण आने को तैयार नहीं है , विजय झा , नयन लौट गए क्योंकि कहीं काम नहीं था पर राकेश कुमार सिंह नहीं लौटा !स्वेताशी फिर से अपने पुराने घर लौटने को तैयार है तो असित नाथ रोज़ महावीर मंदिर का चक्कर लगा रहा है !

इधर प्रभात झा चुप है क्यों ? राजिव मिश्र भी कभी कभार ही मौर्या जाते है ? क्या हो गया भाई ! आप लोग रत्नेश्वर से कुछ सीखते क्यों नहीं ! अभी भी एंकर तलाश रहा है ! अर्चना और प्रेम को रोज़ रात को फोन से बुलाता है ! और आप भेजी के इंतज़ार में है ............. आप ............हैं ?

अब भी रत्नेश्वर से औरा सीखिए और जो बचा है उसे बेच दीजिये !

जय हो

शुक्रवार

सच्चाई छुप नहीं सकती बनावट के वसूले से

सच्चाई छुप नहीं सकती बनावट के वसूले से
जय हो

यह सच ही नहीं बल्कि पक्की खबर है की प्रभात झा ने मौर्या टीवी के आलिशान दफ्तर में अपने पांव नहीं रख रहे है ! छठकी छुट्टी से वापस लौट कर आने के बाद पता नहीं प्रभात झा जैसे समाजवादी को कौन सा भूत चढ़ गया है की वे पीएनएम में ही बैठने लगे हैं ! मौर्या की कोई बात नहीं सिर्फ ग़मगीन चेहरा लिए ............ क्यों क्या हो गया सर ! वैसे किसी ने ठीक ही कहा है की अब पछताए क्या हॉट जब चिडियां चुग गयी खेत !

यह तो होना ही था शिख्न्दियों की फौज को लेकर चैनल ओं एयर करना इतना आसन भी नहीं है सर ! जय हो !वैसे भी आप भले आदमी हैं लाफंद्रो के बीच कहाँ फंस गए ! ये किसी के नहीं है तो आपके कैसे होंगे ! आप देख लीजिये झारखंड चुनाव सर पर और एक नया बुलेटिन तो भूल जाइए नयी खबर तक नहीं परोस पा रहे है आपके गिरमिटिया पत्रकार ! खैर , सब गवां के होश में आये तो क्या ?
चलिए अभी भी मौका है ! रफ़्तार और न्यूज़ ११ लॉन्च हो गया और आप तेल ही निकलने में रह गए ! वैसे आपको गम में रहने की जरूरत नहीं बॉस आयेंगे गे तो सबका बैंड ऐसे ही बज जाएगा ! इंतज़ार कीजिये !

जय हो

सच्चाई छुप नहीं सकती बनावट के वसूले से

सच्चाई छुप नहीं सकती बनावट के वसूले से
जय हो

यह सच ही नहीं बल्कि पक्की खबर है की प्रभात झा ने मौर्या टीवी के आलिशान दफ्तर में अपने पांव नहीं रख रहे है ! छठकी छुट्टी से वापस लौट कर आने के बाद पता नहीं प्रभात झा जैसे समाजवादी को कौन सा भूत चढ़ गया है की वे पीएनएम में ही बैठने लगे हैं ! मौर्या की कोई बात नहीं सिर्फ ग़मगीन चेहरा लिए ............ क्यों क्या हो गया सर ! वैसे किसी ने ठीक ही कहा है की अब पछताए क्या हॉट जब चिडियां चुग गयी खेत !

यह तो होना ही था शिख्न्दियों की फौज को लेकर चैनल ओं एयर करना इतना आसन भी नहीं है सर ! जय हो !वैसे भी आप भले आदमी हैं लाफंद्रो के बीच कहाँ फंस गए ! ये किसी के नहीं है तो आपके कैसे होंगे ! आप देख लीजिये झारखंड चुनाव सर पर और एक नया बुलेटिन तो भूल जाइए नयी खबर तक नहीं परोस पा रहे है आपके गिरमिटिया पत्रकार ! खैर , सब गवां के होश में आये तो क्या ?
चलिए अभी भी मौका है ! रफ़्तार और न्यूज़ ११ लॉन्च हो गया और आप तेल ही निकलने में रह गए ! वैसे आपको गम में रहने की जरूरत नहीं बॉस आयेंगे गे तो सबका बैंड ऐसे ही बज जाएगा ! इंतज़ार कीजिये !

जय हो

सच्चाई छुप नहीं सकती बनावट के वसूले से

सच्चाई छुप नहीं सकती बनावट के वसूले से
जय हो

यह सच ही नहीं बल्कि पक्की खबर है की प्रभात झा ने मौर्या टीवी के आलिशान दफ्तर में अपने पांव नहीं रख रहे है ! छठकी छुट्टी से वापस लौट कर आने के बाद पता नहीं प्रभात झा जैसे समाजवादी को कौन सा भूत चढ़ गया है की वे पीएनएम में ही बैठने लगे हैं ! मौर्या की कोई बात नहीं सिर्फ ग़मगीन चेहरा लिए ............ क्यों क्या हो गया सर ! वैसे किसी ने ठीक ही कहा है की अब पछताए क्या हॉट जब चिडियां चुग गयी खेत !

यह तो होना ही था शिख्न्दियों की फौज को लेकर चैनल ओं एयर करना इतना आसन भी नहीं है सर ! जय हो !वैसे भी आप भले आदमी हैं लाफंद्रो के बीच कहाँ फंस गए ! ये किसी के नहीं है तो आपके कैसे होंगे ! आप देख लीजिये झारखंड चुनाव सर पर और एक नया बुलेटिन तो भूल जाइए नयी खबर तक नहीं परोस पा रहे है आपके गिरमिटिया पत्रकार ! खैर , सब गवां के होश में आये तो क्या ?
चलिए अभी भी मौका है ! रफ़्तार और न्यूज़ ११ लॉन्च हो गया और आप तेल ही निकलने में रह गए ! वैसे आपको गम में रहने की जरूरत नहीं बॉस आयेंगे गे तो सबका बैंड ऐसे ही बज जाएगा ! इंतज़ार कीजिये !

जय हो

सोमवार

प्रभात झा का नया फरमान पढ़े खुलासा तो गए

जी हाँ ! मौर्या टीवी के स्टाफ को नया फरमान सुना दिया गया है की उन्हें खुलासा की खबर पढने की इजाजत नहीं है ! अगर किसी भी कर्मी को कम्पूटर पर खुलासा पढ़ते देखा गया तो नौकरी से निकाल दिया जाएगा ! लिहाज़ा मौर्या के भाई लोंगो को साइबर कैफे में जाकर इसे पढना परता है ! जानकारी के मुताबिक मौर्या टीवी में कर्मियों पर नज़र रखने के लिए सी सी टीवी लगाया गया है जो ऑफिस के अन्दर सब पर नज़र रखने के लिए है ! यहाँ तक की बहार गेट पर भी सीसी टीवी की नज़र है और लगातार राजीव मिश्र वाच कर रहे है ! हलाँकि प्रभात झा अभी बेत्तिया में हैं तो उन्होंने खुलासा को मौर्या से दूर रखने के निर्देश जारी किये हैं ! थैंक्स प्रभात झा !

रविवार

चैनल लॉन्च कब होगा

चैनल लॉन्च कब होगा
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जय हो दोस्त !
छठ कि छुट्टी ख़त्म

अभी मौर्या टीवी दफ्तर में एक ही सवाल है जो वहां काम करने वालो को परेशान कर रहा है ! इसके पीछे वजह भी है ! दरअसल , मौर्या टीवी को पहले लोक सभा चुनाव के पहले लॉन्च होना था ! पर चैनल के असली मालिक प्रकाश झा के चुनाव लड़ने की घोषणा ने चैनल को लॉन्च नहीं होने दिया ! हलाँकि प्रकाश झा लोक जनसक्ती पार्टी की टिकट पर बेतिया से लड़े भी और हार भी गए ! हार के बाद चैनल लौन्चिंग का डेट आगे बढ़ गया और अगस्त में लॉन्च होने की इन्टरनल डिसीजन भी ले लिया गया ! पर इसी बीच चैनल पर शनि की वक्र दृष्टि पद गयी और गंडगोल नक्षत्र में पैदा हुए मालिक के छोटे भाई राहू बनकर दफ्तर में आकर बैठ गए और चैनल में मार पीट से लेकर वह सारा कुछ घट गया जिसकी किसी ने कल्पना नहीं की थी ! अब तो मौर्या टीवी के दफ्तर में यह हाल है की इसके मालिक प्रभात झा लगातार कर्मियों को छुट्टी पर भेज देते हैं ताकि कोई घटना ना घट जाय ! अभी उसी दिन की बात है की इनपुट देख रहे अशोक शर्मा ने आउट पुट देख रहे डीऍम राजेश की ऐसी की तैसी कर दी ! राजेश कुछ बोलते तो बांह चढाये अशोक उनकी पिटाई कर देते ! खबर मिली प्रभात झा को और उन्होंने छठ के नाम पर चैनल को तीन दिनों के लिए बंद कर दिया !

पर प्रभात झा भी परेशान हैं ! झारखण्ड में चुनाव को टार्गेट बनाकर चल रहे मौर्या टीवी के लिए अब सवाल है कि क्या यह चैनल झारखण्ड चुनाव से पहले लॉन्च हो पायेगा ! और चैनल इस चुनाव से पहले लॉन्च नहीं हो पाया तो यह बेहिचक कहा जा सकता है कि प्रकाश झा अब यहाँ के स्टाफ को बिठा कर सैलरी देने कि स्थिति में नहीं है ! अब यह सोचना है प्रभात झा और उनकी शिखंडी फौज को जो मैदान में गए बगैर ही घर में टीवी पर चिपक कर सचिन तेंदुलकर को बल्ला घुमाने कि सलाह देता रहता है !

अभी चैनल में जो लोग है उनमे किसी के पास ऑनलाइन न्यूज़ चैनल में काम करने अनुभव नहीं है ! अब आप नहीं मानेगे तो सबका बायो डाटा पेश कर रहा हूँ !
१. प्रभात झा मालिक , अब तक सिरिअल बनाने का जिम्मा भाई ने दिया ! सारा माल डूब गया ! सुगर मिल सहित कई
कम्पनी को डूबाने का पूरा अनुभव !

२. राजीव मिश्रा प्रोजेक्ट चीफ स्विट्जर्लैंड , लन्दन , शिकागो समेत पता नहीं कहाँ कहाँ से फर्जी डिग्री लेकर अपने को ब्रॉड कास्टिंग का विद्वान मानता है ! पर मौर्या टीवी से पहले काम कहाँ किया : बी ए जी , ( जब प्रोडक्सन हाउस था ) पटना हिदुस्तान में सब एडिटर , सिने माया से सीधा मौर्या में गिरे ! ज्वाइन किया बिजनेस , प्रसार के लिए पर देखने लगे एडिटोरिअल

३. रत्नेश्वर डिप्टीएडिटर सबसे पहले पाटलिपुत्र टाईम्स में उप संपादक , नोवेल्टी के लिए नकली किताब लिखा , नोत्रेदैम में पढानेके दौरान निकाले गए , बुक फेयर में दलाली , मुंबई में नौकरी नहीं मिली तो फर्जी वाडा कर पामिस्ट बन गए अब मौर्या टीवी में , एक पेज लिखवा कर देखिये भाई

४. डी एम राजेश आउट पुट अब तक दूरदर्शन में कजुअल , पैरवी पर सीधे मौर्या में

५. अशोक शर्मा इनपुट पाटलिपुत्र टाईम्स में उप संपादक , पांच साल तक सड़क पर , जुगार के बाद हिन्दुस्तान के भागलपुर में उपसंपादक , कृपा से मौर्या में

६. अकरम अली प्रोडक्सन हेड अभी तक मौर्या में कन्फर्म नहीं ! यही वजह है कि तीन तेरह में दिन भर समय गुजारना, एनडीटीवी से फीड चुराने के कारन निकला गया , अब तक कैमरा मैन था , ठीक से लिख नहीं सकता

तो ये है मौर्या टीवी के तारणहार ! इसी कारण मौर्या कर्मी को अब भरोसा नहीं हो रहा है कि चैनल ओं एयर होगा ! क्योंकि अब तक लीज लाइन नहीं मिला , टीवी लॉन्च करने वाले आना नहीं चाहते !

वैसे एक खबर यह है कि प्रकाश झा कि फिल्म की शूटिंग नवम्बर के पहले वीक में पैक होगा और प्रकाश झा के पटना आने के बाद यह तय किया जाएगा कि चैनल कैसे और किन हाथो में दिया जाय ताकि चुनाव से पहले टीवी स्क्रीन पर मौर्या का बिगुल बजे !

गुरुवार

नदीम के मंसूबों पर फिरा पानी

नदीम के मंसूबों पर फिरा पानी


जय हो

देश के सबसे तेज़ न्यूज़ चैनल में कैमरामैन की हैसियत से काम करने वाले नदीम आलम के मंसूबों पर मौर्यटीवी प्रबंधन ने पानी फेर दिया है ! बेचारा काफी दिनों से दुसरे चैनल में जाकर अपना दुखरा रोने वाले मौर्य टीवी के कर्मियों की मुखबिरी महज इसलिए कर रहा था की उसे उम्मीद थी की चैनल वाले उसे टेक्नीकल हेड के तौर पर बहाल कर लेंगे ! पर आज जब चैनल के लिए इ टीवी राजस्थान से एक को चैनल के टेक्नीकल डिपार्टमेन्ट में काम करने के लिए बुला लिया तो उसका अरमान जल कर राख हो गया. ये आने वाले अतिथि पैनल प्रोड्यूसर के रूप में काम करेंगे . पंद्रह दिनों तक दिल्ली -मुंबई का चक्कर लगाने के बाद राजीव मिश्र की यही अचिवेमेंट है . इसके बावजूद फेविकोल की तरह नदीम आलम प्रभात झा से चिपकने की कोशिश में दिन रात लगा हुआ था . सबसे चकित करने वाली बात ये है की अपने को टेक्निकली साउंड मानने वाला यह नदीम आलम आज तक नॉन मट्रिक है और पैरवी पैगाम से आगे बढ़ नहीं पाया तो वह किस बूते मौर्य को आगे बढ़ाएगा, फिर भी मुगालते में जीने का आदी नदीम आलम मधुमख्खी की तरह मौर्य ऑफिस के भीतर मंडराता रहा . खैर हो अकरम अली का जिसने नदीम आलम की सारी कहानी प्रभात झा और राजीवमिश्र के साथ प्रकाश झा को मेल कर दिया . वरना उसकी खुद की नौकरी खतरे में पर जाती . हाय रे नदीम की किस्मत .... गुरु ही धोखा दे गया . इतना होने के बावजूद भी नदीम आलम है की मानता नहीं . लड़कियों से दोस्ती के शौकीन नदीम आलम मौर्य टीवी में अगर चक्कर लगा रहा है तो वजह यह भी है . लेकिन बेचारा नदीम ....आखिर क्या करे. आखिर बकरे की अम्मा कब तक खैर मनाएगी . हलाकि नदीम को जानने वाले अक्सर कहते है की इसके जैसा बत्तख कही भी जायेगा तो बंटाधार ही करेगा . अगर इसकी कहानी सुननी हो तो अकरम अली से सुनिए !
जय हो
पहले मेरा कैमर ढोने वाला फिर जिसको मैंने कैमरा चलाना सिखाया आज वही नदीम मेरा बाप बनने चला है ! मई भी मुसलमान की औलाद हूँ ..................... मजबूर हूँ की फीड चोरी के आरोप में नौकरी गयी नहीं तो .................. ?

चलिए एक बात कह देना चाहता हूँ की चैनल अगर चला तो नदीम को घुसने नहीं दूंगा )
यही अल्फाज़ है अकरम अली के जिसे आजतक मौर्य ने अपना स्टाफ नहीं माना है !आज भी वह दूसरों के सहारे जीने की कोशिश में लगा है !

चलिए आज के लिए इतना ही

जय हो

बुधवार

मौर्य टीवी कर्मियों के लिए एक बुरी खबर

आज मौर्य टीवी प्रबंधन ने अपने कर्मियों के ऊपर आखिरकार गाज गिरा ही दिया ! चैनल के एचआर शशि प्रभा ने पांच लोंगो को बुलाकर टर्मिनेट का लेटर थमा दिया और लगभग १४ लोंगो को लेटर थामने की तैयारी कर ली है ! आज जिनको लेटर दिया गया उनमे चैनल के टेक्नीकल हेड राकेश शर्मा , आई टी चीफ प्रशांत कुमार , मधुकर सिंह , मनीषा तिवारी के साथ एक और कर्मी है ! ये सारे वे लोग हैं जिन्होंने अपने बलबूते चैनल को खडा किया और चैनल के भीतर बुलेटिन तैयार करा इन्टरनल टेलीकास्ट करना शुरू किया था ! इन लोंगो को चैनल ने २६ सितम्बर से आने पर यह कहते हुए रोक लगा दी थी कि उन्हें बुलाया जायेगा ! पर एक अक्टूबर के डेट से आज इनको टर्मिनेट कर दिया ! इन कर्मियों ने खुलासा को बताया है कि चैनल प्रबंधन के खिलाफ ये लेबरकोर्ट जा रहें है !

अब मामला एक बार फिर तूल पाकर रहा है ! अब तक चैनल के वे छहकर्मी वापस नहीं गए है जिनकी सैलरी काट ली गयी थी और ये लोग आन्दोलन पर हैं ही कि इस नए फैसले ने एक बार फिर चैनल के लॉन्च होने पर ग्रहण लगा दिया है !

दरअसल मौर्य चैनल वाले अपने चैनल के पत्रकार और टेक्नीकल स्टाफ को मौर्य सुगर ,और मौर्य मल्टीप्लेक्स के स्टाफ कि तरह ट्रीट करने कि कोशिश में है ! पर पत्रकार तो पत्रकार है और उस कहावत को चरितार्थ करने में लगे है कि : ऊपर करतार और नीचे पत्रकार ! लिहाज़ा चैनल के नए फैसले से जो लोग कानून के घेरे में आयेंगे उनमे प्रकाश झा , प्रभात झा , राजिव मिश्र , शशि प्रभा है ! जिनको कानूनन नोटिस भेजा जा रहा है !

अब आपको बताते है कि आखिर प्रकाश झा विवाद को बढ़ाने में क्यों लगे है! असल में प्रकाश झा चाहते है कि बिहार और झारखण्ड में उनके व्यवसाय को चैनल के माध्यम से सुरक्षा हो ! पर पहले के लोग साफ़ शब्दों में प्रकाश झा को बता गए कि पत्रकारिता पेशा भले ही है पर यह मिशन भी है और व्यवसाय को बचने कि मुहीम में वे शामिल नहीं होंगे ! बस इतनी सी बात और प्रकाश झा और उनके भाई प्रभात झा अपनी औकात पर उतर आये ! चैनल को खडा करने वाले सभी उनके दुश्मन हो गए और चोरी , छेड़खानी , धोखेवाज , लम्पट के आरोपी अब चैनल के विश्वास पात्र बन गया है ! अब देखिये कि चैनल के भीतर ही असित नाथ तिवारी ने न्यूज़ एंकर से जैसी बत्तमीजी कि वह शर्मनाक है पर असित नाथ पर कारवाई नहीं हुई ! इसी तरह मौर्य टीवी के छत पर एक सहकर्मी { महिला } के साथ पकराने पर भी वह बचा है तो आजकल एनडीटीवी से फीड चुराने के आरोपी को महिला एंकर की देखरेख का जिम्मा दिया गया है यानी दूध की रखवाली बिल्ली को !

प्रबंधन की ही बात लीजिये टर्मिनेशन का लेटर बना मुंबई में पर साइन पटना में कराया गया ! इस पर शशि प्रभा ने साइन तो किया पर अपना पद नहीं लिखा ! क्योंकि शशि प्रभा को खुद ही नहीं मालूम है कि वे क्या हैं ! तरीके से यह लेटर राजीव मिश्र को अपने साइन से देना चाहिए था ! ऐसा इसलिए कि कानून कि जदमें शशि प्रभा फंस जाएँ ! जबकि सच तो यह है कि हटाये गए लोग शशि को अपना बहन मानते है !

बाखुदा , कब सुधरेगा यह मौर्य टीवी वाला ! ऑफ एयर में जब यह हाल है तो पाण्डेय जी कभी भी हेड होकर नहीं आयेंगे भाई ! बेहतर आपके लिए यही है प्रभात झा कि रत्नेश्वर को ही रखिये क्योंकि इनको अपने बारे में पता है कि ये किस लिंग के है !

जय हो

मंगलवार

मौर्य टीवी में आयेंगे नए हेड


मौर्य टीवी में आयेंगे नए हेड
मौर्य टीवी में आयेंगे नए हेड-----------------------------------मौर्य टीवी प्रबंधन ने चैनल को ऑन एयर करने के लिए नए हेड को लाने का फैसला कर लिया है ! और इसी कारण चैनल के मालिक प्रभात झा इनदिनों बिहार झारखण्ड रीजिनल चैनल के स्टेट हेड से बात कर रहें हैं ! यहाँ मामला सैलरी पॅकेज को लेकर अटका हुआ है ! असल में मौर्य टीवी वाले बस नैनो कार की कीमत से ऊपर स्टेट हेड पर खर्च नहीं करना चाहते पर यहाँ डिमांड मारुती ८०० है ! वही इस को लेकर मौर्य टीवी के हेड बनने का सपना देख रहे रत्नेश्वर और राजीव मिश्रा के पैरो तले की जमीन खिसक गयी है ! इधर खबर है की बड़े बॉस यानी प्रकाश झा की सवारी कभी भी मौर्य टीवी में पधार सकता है ! क्योंकि उनके पटना आने के पहले आने वाली उनकी गाडी आ चुकी है !मौर्य टीवी प्रबंधन चैनल को ऑन एयर करने के लिए हाथ पाऊँ मार रहा है तो वही हाउस के अन्दर चल रहे बुलेटिन के दौरान असित नाथ तिवारी ने अपने महिला एंकर को माँ बहन कर दिया है ! महिला एंकर का दोष इतना था की सहकर्मी होने के कारण उसने टॉप के ऐक्टर लाली को असित की बहन कह दिया ! मामला इतना बढ़ गया की असित ने महिला एंकर को सिर्फ माँ बहन ही नहीं बल्कि चैनल से निकलने की धमकी भी दे दिया ! जिस समय यह घटना घाट रही थी उस समय खेत खलिहान प्रोग्राम चल रहा था और बिना पेंदी के लोटा सहित सारे कर्मी मौजूद थे
प्रस्तुतकर्ता खुलासा4मीडिया पर 10/20/2009 0 टिप्पणियाँ

रविवार, १८ अक्तूबर २००९

मौर्या टीवी के मालिकानों की जय हो
जय हो -------------मौर्या टीवी के मालिकानों की जय हो ! अच्छा किया की दीवाली की रात लक्ष्मी की पूजा खुद नहीं किया क्योंकि इस पूजा के लिए गणेश कहा से लाते ! क्योंकि बड़े ओहदेदार की पुँछ उठा कर देख चुके चैनल के चीफ प्रोजेक्ट ऑफिसर राजिव मिश्रा और मालिक प्रभात झा के लिए असित नाथ तिवारी ही एक ऐसे सज्जन मिले जो खुलेआम अपने को ना तो नर और ना ही नारी के श्रेणी में रखते है ! ऐसे में अच्छा ही किया की रिसेप्शन में ही लक्ष्मी की पूजा कर लिया ! यह चैनल के हित में भी है !अब देखिये ना , अभी तक यहाँ काम करने वाली किसी लड़की ने निर्देश के बावजूद अपने माँ बाप से प्रमाण पत्र नहीं लाया की मौर्या टीवी में काम करने से परहेज है ! अब हो भी क्यों ! यहाँ तो ऑफ एयर चैनल के सहकर्मी आपसी सहमती से शादी जैसे शुभ काम भी करने जा रहे है ! और ऐसे में कोई भी घर जाकर कैसे पूछेगा की मौर्या टीवी में काम करें की नहीं ! घर वाले क्या सोचेंगे की भाई तीन महिना पहले जिस चैनल की तरफ कोई आँख उठा कर नहीं देख रहा था आज वहां क्या हो गया है की पूछा जा रहा है ? भाई , प्रभात झा बड़े चालाक है ...सॉरी मिटटी के माधो है ! जान बूझ कर यह फरमान जारी किया ताकि घर के प्रमाण पत्र के बाद .............................
सब इजाजत ! समझ गए ना ! अरे गुरु जी हम भी पटना में ही पढ़े है और बैली रोड के कबूतर खाना में आपके ऊपर रहते थे ! पहचान पाए तो ठीक नहीं तो जय राम जी की !जय हो
प्रस्तुतकर्ता खुलासा4मीडिया पर 10/18/2009 0 टिप्पणियाँ

राजीव मिश्र कहाँ हैं प्रभात झा ?
राजीव मिश्र कहाँ हैं प्रभात झा ?आपको बता दूं की मौर्य टीवी के प्रोजेक्ट चीफ राजीव मिश्रा कई दिनों से पटना में नहीं है ! खुलासा को पता है की राजीव कहाँ है और क्या कर रहें है ! असल में राजीव मिश्रा मुंबई और डेल्ही की अभी ख़ाक छान रहे है ! रोज़ रात मटरगस्ती के साथ मौर्य टीवी के नए मालिक प्रभात झा को माँ बहन करते है और गम भुलाने के लिए ................ किये जाते हैं ! आखिर राजीव मिश्रा करे भी तो क्या करे ! प्रकाश झा के बैनर की लालच में चैनल में आ तो गया पर यहाँ का माहौल समझ नहीं पाया ! प्रकाश झा कुछ कहते है तो उनके छोटे भाई मिटटी के माधव कुछ और ! मौर्य की चक्की में राजीव मिश्रा की ऐसी की तैसी हो गयी है ! और ऊपर से दिल्ली वाला इस्सू अलग है ! यह वो इस्सू है जिसे राजीव न उगल पा रहा है और ना ही निगल पा रहा है ! अब देखिये न चाचा के सीएम रहने के दौरान से ही मन में कुंठा आ गया ! सीएम हाउस के नौकरों वाले वे कमरे आज तक मानस पटल पर प्रकाश झा की फिल्म की तरह आ जाता है ! चलो जीवन में ऐसा भी होता है यही सोच कर जीवन गुजरा तो दिल्ली गया ! एक दोस्त के साथ कंपनी खोली और यही से पराई धन पाने का मन हो गया और कंपनी गया तेल बेचने और माल जेब में ! अब दोस्त ढूंढ निकला मामला सल्तियाने के चक्कर में है की मौर्य टीवी माथे पर विशा गया !
वैसे राजीव को खिलासा की एक सलाह है की आप प्रभात झा के चरणों पर अपने नयन को रख लीजिये नौकरी पक्की नहीं तो प्रभात झा आपको जीने नहीं देगा ! अपने भाई को दो बार चुनाव लड़वा कर पानी पिलाने में जिसे देर ना लगे वह आपका कभी नहीं होगा ! चरण बंदना से फायदा होगा !वैसे प्रभात झा समझ गए है पुरे खेल को ! अकरम रत्नेश्वर डीऍम राजेश , मैत्री सब के सब तमाशा देख रहे है और प्रभात झा के बंद कमरे की बात बाहरजा रही है ! खूब धमकाया ऐसी की तैसी की पर खबर बाहर जाती रही ! अब तो बंद करने की धमकी दे रहे है तो माननीये प्रभात झा डूबेगा कौन ? आपका तो सब दावपर लगा है ! कहा जायेंगे ?वैसे एक सलाह है प्रभात झा आपके लिए की दिवाली मनालिए ७० रूपये की मिठाई भी बाँट दिए तो होल्ड पर रखे गए को वेतन भी दे दीजिये ! क्योंकि ये लोग आपकी और आपके फिल्म वाले भाई का ख्याल रख रहे है नहीं तो लेबर कोर्ट में जाकर बता देते आपको ! फिर क्या होगा आपका ? पहले से भी मामले हैं आप पर ! निकल नहीं पाइयेगा ! दिवाला हो जायेंगे ! समझदारी दिखाइए !जले घर आपना बड़ा दर्द होता हैदुसरे के घर जलाने से आनद आता हैजय हो
प्रस्तुतकर्ता खुलासा4मीडिया पर 10/18/2009 0 टिप्पणियाँ

बुधवार, १४ अक्तूबर २००९

क्यों झूठ बोलते है सर
यह वाक्य मौर्या टीवी के मालिक प्रभात झा से जब एक मौर्या के कर्मचारी ने पूछा तो प्रभात झा चुप रह गए ! जवाब भी क्या देते ! कमरे के अन्दर इस महिला कर्मचारी ने साफ कहा की सर माहौल पहले जैसा नहीं है ! यहाँ सब एक दुसरे को अविश्वास की नज़रों से देखते हैं ! आप कहते हैं की सब ठीक हो जाएगा ....सर चैनल ऑन होगा ? दरअसल यह उस बात चीत का अंश है जो बुधवार को मौर्या चैनल के मालिक प्रभात झा और वहां के महिला कर्मचारियों के बीच हुई ! बंद कमरे में बिनापेंदी के लोटा के अलावे बन्दर नंबर वन भी था लिहाज़ा लड़किया क्या कहती की जिससे खतरा है उसी जानी दुश्मन के सामने कैसे कहती ! प्रभात झा बुडबक ?लेकिन मौर्या के वे लड़के इंतज़ार करते ही रह गए की उनकी बात कब हो ? पर लड़को से बात क्यों करे प्रभात झा ! बात तो मन फ्रेश करने के लिए की जाती है और उसमे एंकर ............... जय हो !
प्रस्तुतकर्ता खुलासा4मीडिया पर 10/14/2009 0 टिप्पणियाँ

मंगलवार, १३ अक्तूबर २००९

प्रकाश को दिवाला कर दिवाली मनाएंगे प्रभात झा
मौर्य टीवी वाले न सुधरने की राह पर चल परे हैं ! आपको बता दूं की लगभग २ साल से चैनल लॉन्च करने की मुनादी कर रहे यहाँ के प्रबंधन के खब्तुल हवास आज तक चैनल तो लॉन्च नहीं कर पाए उल्टे अब एक दुसरे की टांग खींचने में लगें हैं ! अब एक नयी कहानी सामने आ रही है की प्रभात झा चैनल लॉन्च हो या नहीं अपने चमचो के साथ १६ को दिवाली मनाएंगे ! भले ही देश के प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक प्रकाश झा का दिवाला निकल जाए !दरअसल मौर्य टीवी शुरू से ही विवाद में फंसता रहा है ! महज १० करोड़ रूपये की लागत वाले इस चैनल को बिहार की धरती से लॉन्च करने की पहले योजना थी ! पर लगातार विवाद और मालिकानों के दुर्व्यहार से कर्मचारी हतोश्साहित होते रहे और अपनी क्षमता से आगे जाके काम भी किया ! एमपी चुनाव के दौरान मौर्य टीवी का लोगो नेशनल टीवी पर छाया रहता था ! पर अब इसके रिपोटर को किसी नेता का बाईट लेने के लिए घंटो इन्तजार करना पड़ता है ! यानी इस चैनल के लोंगो की गिनती भी बिहार न्यूज़ और पी टी एनकी तरह है !अब प्रकाश झा मध्य प्रदेश में अपनी नयी फिल्म राजनीति के निर्माण में जुड़े है तो छोटा भाई प्रभात झा भाई के खिलाफ ही रणनीति बनाने में जुटा है ! पर घबराओ मत प्रभात झा आ रहा है तुम्हारा भाई प्रकाश झा ! अपने भाई को तो जानते ही हो ! फिर क्या होगा ........सोच लेना !वैसे प्रभात झा भी बेचारा क्या करे ! भाई के पैसे पर जब भी कोई नया काम हाथ में लेता है पीट जाता है ! अब देखिये भाई ने जब पहली फिल्म बनाई तो प्रभात झा को सीरियल बनाने का जिम्मा सौपा ! कुवर सिंह , गोनू झा , इतना ही नहीं बिहार सरकार से कर्ज लेकर द ओअथ डाक्यूमेंट्री , फिर बिहार फिल्म कारपोरेशन से लाखो लेकर फरार होना यह सब प्रभात झा के ही माथे पर लिखा है !
भाई ने बिहार में पोलिटिकल छवि बनाने के लिए चीनी मील बनाने को सोचा जिम्मा प्रभात झा को .... ? अब मौर्य टीवी में आ गए तो .............? बुर गया वंस कबीर का उपजा पूत कमाल !अब प्रभात झा ने तय किया है की दिवाली के नाम पर भाई से दिल्लगी करे ! डूबते हुए चैनल को लीज लाइन नहीं बल्कि यहाँ के स्टूडियो में आलू बम छोड़ ख़ुशी मनाया जायेगा !उधर चैनल से सारे टेक्नीकल स्टाफ के छोड़ देने के बाद इस चैनल में कोई नहीं आना चाहता ! जानकारी के मुताबिक चैनल की एक एंकर ने जिम्मा लिया की रांची से वह बांकी स्टाफ ले आएगी पड़ बेचारी को मुह की खानी पड़ी है सब ने आने मन कर दिया ! हाय मैत्री , हाय
प्रस्तुतकर्ता खुलासा4मीडिया पर 10/13/2009 4 टिप्पणियाँ

मौर्या में राजीव मिश्रा का राज़
मौर्या टीवी में मचे बवाल के पीछे एक शख्स है जिसे प्रकाश झा खुद लेकर आये और उसी ने चैनलका बंटाधार का दिया है ! इसका नाम है राजीव मिश्र है !.जिसके लम्बे चौडे बायो डाटा को देख कर ही प्रकाश झा प्रभावितहो गए थे.लेकिन ये मुआ किसी काम का नहीं निकला.ऐसा लगता है की इसका पैर ही अशुभ है.वैसे भी राजीव मिश्र का इतिहास कोई सफल नहीं रहा है लेकिन प्रकाश झा जैसे लोग इसके बायो डाटाको देख कर प्रभावित हो गए.और हो भी क्यों नहीं क्योंकि जो आदमी लन्दन और स्विट्जर्लैंड में ब्राडकास्टिंगऔर मीडिया की पढाई की बात करता हो पर असलियत में इसे कुछ नहीं मालूम है की मीडिया क्या है .हाथ कंगन को आरसी क्या और प्रकाश झा को बता दिया की फारसी क्या है !इसके साथ काम करने वाला कोई भी बता सकता है.प्रकाश जी भी गच्चा खा गए.नहीं तो नैनो कार की कीमत में इस सफ़ेद हाथी को लाने की क्या जरुरत थी.प्रकाश झा भी तो कमाल के आदमी है.जब प्रोजेक्ट पूरा होने को था तब इस चूतिये को प्रोजेक्ट डिरेक्टर बना दिया अब न तो उन्हें इसे उगलते बन रहा है और न निगलते.!अब कहे तो किस से कहे.राजीव मिश्र के बारे में ये बताना जरुरी हैकी ये उस खानदान से आते है जिसने बिहार का सर्वनाश ही नहीं बल्कि बिहार की पिछौती मार लिया आप जान ही गए होंगे की यह और कोई नहीं बल्कि बलुआ बाज़ार वाले मिश्रा परिवार से है.और है एक अहम् जानकारी और है इनके बारे में की बिहार पुलिस में सी आई डी के ए डी जी के पद पर आसीनपी के ठाकुर के ये प्यारे साले साहब है.और मौर्या कर्मी पर इसका ही धौंस जमाते है !अब इनकी ताक़त का अंदाजा भी ले ही लीजिये ये साहब प्रकाश झा के करीबी इस लिए हैं क्योंकि जब प्रकाश झा के ऊपर कई मामले दर्ज हो गए तो पी के ठाकुर ने आउट ऑफ़ वे जाकर इनकी मदद की ! पर सीएम को यह जानकारी नहीं हो पाई नहीं तो सबका बंद बज जाता !अब प्रकाश झा का मिश्रा परिवार से प्यार देखिये ! चीनी मील लगाने के लिए उन्होंने तत्कालीन गन्ना मंत्री नीतिश मिश्रा के कहने पर उनके मामा विजय नाथ मिश्रा जैसे चुके हुए लोगो को पी एंड ऍम में नौकरी दी जो लगातार चैनल के खिलाफ काम करता रहा और पैसे उगाहता रहा ! एक उदाहरन : मौर्या में विजली का कनेक्सन लगाने के लिए इस मिश्रा ने एक लाख रूपये घूस देने के लिए लिया ! इतना ही नहीं साडी खरीद दारी का जिम्मा इसीको था तो लूटा ! कम्पूटर से लेकर एल सी डी तक ! कृष्ण एजेंसी से खरीद के लिए कमिसन तय था ! सच चाहिए तो जाइए कृष्ण एजेंसी और कमिसन की रकम पता कर लीजिये ! और अब फिर आते है राजीव मिश्रा पर :
शकुनी मामा के बाद भांजा दुर्योधन बने राजिव मिश्रा पर ! अपनी कमी छिपाने के लिए बार बार झूट बोलता रहा और प्रभात झा जैसे सीधे साधे और मिटटी के माधव को बरगलाता रहा !कोई इससे पूछे की इसने पिछले तीन महीनो में मौर्या टीवी के लिए क्या किया ! अकेले मई शशि प्रभा से बतियाने के अलावे ! अब तक क्यों नहीं लीज लाइनका कनेक्सन दिलवा पाया जबकि परचेज ऑडर इसी ने दिया ! किसको चुटिया बना रहा है ? मौर्या कर्मी को , प्रकाश झा को , प्रभात झा को या फिर पब्लिक को !भाई साहेब यह मैंने चुपके से लिखा है ! मौर्या में पता नहीं चलना चाहिए की मै लिख रहा हूँ !
प्रस्तुतकर्ता खुलासा4मीडिया पर 10/13/2009 0 टिप्पणियाँ
सोमवार, १२ अक्तूबर २००९


जी हाँ सर यह मौर्य टीवी है

जी हाँ सर यह मौर्य टीवी हैयहाँ सब हो सकता है वह भी जिसे समाज ने गलत माना है और वह भी जिसे कानून ने गलत माना है ! अब लीजिये जब यहाँ की महिला कर्मी के साथ जब बड़े अधिकारी ही अपना रिश्ता बनाने की तैयारी में रहते हैं तो भाई छोटे ओहदेदार क्यों न करें ! आपको यकीं नहीं हुआ ? कोई बात नहीं हम यकीं के सबूत पेश करते है ?१. एडिटोरियल की इस लड़की को पहले डिप्टी एडिटर रत्नेश्वर ने पटाया ! काफी गुल्छरें उडाया ! गाडी लेकर पटना के रेस्टुरेंट और पार्क घुमाया अब इसे शादी शुदा अकरम का चेला घुमा रहा है ! यह तो ऑफिस के ऊपर स्टूडियो में पकडे भी गए !२. अकरम अली इन दिनों चैनल की एक एंकर को घुमा रहे है ! इस एंकर को पहले भयभीत किया जाता है फिर उसे नौकरी में रखने के बहाने घुमाया जा रहा है !३. इनपुट का यह रिपोटर अपने कमरे पर ही अपने ऑफिस की एक लड़की को ले गया ! मामला खुल गया तो प्रभात झा सिर धुनते तो रत्नेश्वर चैनल ऑफिस के बाहरमुह छुपाये घूमता रहा !]४. ये व्यास जी है ! लोंगो के सामने पंडित की छवि , पर भीतर से एक नंबर का हरामी ! यह मालिक का खुफिया है यह गाली सुनकर , माँ बहन की गाली सुनकर भी वही करता है जो प्रभात झा का इशारा होगा ! आजकल यह चैनल की सबसे मस्त एंकर का हाथ देख रहा है और कहता है की सिग्नेचर देख इस लड़की का भविष्य सुधार देना है !बहरहाल , मौर्य चैनल में कल जब गया था तो बाहर भीतर में काफी अंतर दिखा ! अन्दर मालिक के खिलाफ भी साजिश तो बाहर सबकी माँ .......बहन
प्रस्तुतकर्ता खुलासा4मीडिया पर 10/12/2009 0 टिप्पणियाँ


क्या भाई यह क्या इतना जल्दी हार मान गए
क्या भाई यह क्या इतना जल्दी हार मान गएमौर्या टीवी से एक नयी खबर आयी है की पी सी आर में काम करने वाली अनामिका के घर आज रत्नेश्वर पहुंचे और उसका पाऊँ पकडा और माफ़ी मांगते हुए वापस मौर्य टीवी के दफ्तर वापस आने के लिए निवेदन किया ! दरअसल अनामिका पिछले कई दिनों से चैनल की हालत देख परेशान थी और साथियों के साथ प्रबंधन के रवैये से नाराज़ भी थी ! और उसने आज मौर्य को सलाम कर दिया ! लिहाज़ा चैनल का सारा काम रुक गया ! यह खबर जैसे ही चैनल के प्रोजेक्ट हेड राजीव को मिली सर पीट लिया और रत्नेश्वर को इसके लिए माँ बहन करने के बाद अनामिका को लेन को कहा गया !दरअसल रत्नेश्वर पूरी तरह से राजिव मिश्र के खेमे के माने जाते हैं और चैनल के मालिक प्रभात झा को जब यह खबर दी गयी की रत्नेश्वर के महिला प्रेम के कारण ही अनामिका ने छोडा है तो प्रभात झा ने राजीव मिश्र को ऐसे की तैसी कर दी और दो घंटे में अनामिका को वापस लाने को कहा गया !इधर रत्नेश्वर पर गाज को देख प्रोडक्सन हेड अकरम अली ने अपने कुछ ख़ास लोंगो के बीच मिठाई बांटी और कहा की जिस दीं रत्नेश्वर की बिदाई होगी वे तमाम मौर्य कर्मी को पार्टी देंगे !इधर इस घटना के बाद प्रभात झा की नज़र भी राजीव मिश्र पर तन गयी है ! अब सारेकर्मी बुधवार के इंतज़ार में है क्योंकि उस दिन राजीव डेल्ही से लौटेंगे और चैनल के मालिक को टांग ना अडाने की सलाह देंगे

प्रस्तुतकर्ता खुलासा4मीडिया पर 10/12/2009 0 टिप्पणियाँ
रविवार, ११ अक्तूबर २००९

कहाँ से लायेंगे चैनल हेड मौर्या वाले
मौर्य चैनल ऑन होने के पहले ही ऑफ होने की कगार पर है ! लगातार विवाद झेल रहे इस चैनल के लिए दुर्दिन आ गया है ! सूत्र बताते है है की चैनल के मालिक प्रभात झा लगातार पंडितो के चक्कर लगा रहे है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है की चैनल दो साल से मुकाम नहीं पा सका है ! अंदरूनी सूत्र बताते है कि इस चैनल को वह काम करने वाले एक बन्दर का श्राप लगा हुआ है ! यह बन्दर नहीं चाहता है कि उसके रहते कोई वहां चीफ होकर आये इस कारण उसने अपने औडा कि शक्ति का प्रयोग के अलावे दशहरा में हवन के जरिये चैनल का गृह दशा बिगाड़ दिया है ! साथ ही प्रभात झा के दूर के रिश्तेदार और फर्जी ज्योतिष ने भी इस में उस बन्दर का साथ देना सुरु कर दिया है ताकि चैनल लॉन्च ना हो सके ! अब प्रभात झा रोजाना चैनल के दफ्तर में आकर अपना सिर धुन रहें है !वही इस चैनल में प्रोजेक्ट चीफ के रूप में आये राजीव मिश्रा भी परेशान हैं कि बन्दर के कारण लगातार चैनल के स्टाफ इस्तीफा देकर भाग रहें है और इससे चैनल कि परेशानी बढ़ रही है ! अभी जिन ६ लोंगो ने चैनल को बाय बाय किया है उन सबको मनाने कि कोशिश चल रही है ! पर चैनल के दुसरे बन्दर सबसे तेज़ चैनल के कैमरा मैन जो इन दिनों मदारी कि भूमिका में है को सामने रख कर एक ख़ास लॉबी को चैनल में लाने कि तैयारी में है ! और आने वाले ये सभी कितने जानकार है इसका अंदाजा इसी से मिल रहा है कि जब उनसे पूछा गया कि ऍफ़सीपीपर काम का अनुभव है तो एक ने कहा कि जी सर हमने कैमरा टू कैमरा ट्रांसफर लिया है !बहरहाल डेल्ही से लेकर कलकत्ता तक में चैनल एडिटर को ढूढने का जिम्मा राजीव मिश्रा ने लिया है पर कोई भी इस ग्रह नक्षत्र खराब होने वाले चैनल में कोई आना नहीं चाहता है !लिहाज़ा चैनल का स्लोगन अब चेंज होने वाला नहीं है ! : मौर्य , अभी नहीं तो कभी नहीं !

प्रस्तुतकर्ता खुलासा4मीडिया पर 10/11/2009 0 टिप्पणियाँ

मौर्य: लौंच होने के पहले विवाद में
अब मौर्य चैनल में दो बड़े अधिकारी आपस में लड़ रहें है ! दरअसल मौर्य के डिप्टी एडिटर रत्नेश्वर और प्रोडक्शन हेड अकरम अली मार काट पर उतारू है ! इन दोनों की आतंरिक टकराहट सतह पर आने के बाद मौर्य कर्मी दो खेमे में बंटगए हैं ! रत्नेश्वर पी एंड एम के प्रोजेक्ट हेड राजीव मिश्र के करीबी हैं तो अकरम अली चैनल के मालिक प्रभात झा के नजदीकी माने जाते हैं ! और इन दोनों के बीच विवाद तब पैदा हुआ जब अकरम अली ने रत्नेश्वर के खिलाफ जंग का एलान करने के लिए सबसे तेज़ चैनल के कैमरा मन नदीम आलम के साथ मिलकर हाल फिलहाल वैकेट टेक्नीकल सेक्सन के पोस्ट को फिल करने के लिए आये वायो डाटा को शोर्ट लिस्टेड करना शुरू कर दिया और नदीम आलम ने अपने तीन लोंगो को बहल करने की प्रक्रिया भी शुरू करा दिया ! बस क्या था रत्नेश्वर ने मामले को बिगाड़ने के लिए राजीव मिश्र के कान भरने शुरू कर दिया ! इधर अकरम अली ने नदीम आलम को एक रणनीति के मुताबिक मीडिया के बड़े जानकार के रूप में पेश कर प्रभात झा के साथ अटैच कर दिया और नदीम आलम खुद ही मौर्य चैनल का टेक्नीकल हेड बनने के लिए लाबी शुरू कर दिया ! और अब तो चैनल के सी एफओ सुनील अग्रवाल और प्रभात झा के साथ इस मुद्दे पर बात भी हो गयी है और जल्दी ही नदीम आलम यहाँ टेक हेड का पद भी सम्हालेगे !
नदीम इन दिनों अलसुबह मौर्य के गेस्ट हाउस में आते है और प्रभात झा की चरण बंदना कर आजतक जाते है और फिर मौर्य के कोर कमिटी के बैठक में आ जाते है ! मिली जानकारी के मुताबिक कोर कमिटी की बैठक में नदीम सातवे सदस्य के रूप में है ! यहाँ पहले से रत्नेश्वर ,अकरम अली , डीएम राजेश ,अशोक शर्मा अपने प्रोजेक्ट चीफ राजीव मिश्रा अरु प्रभात झा के साथ बैठक करते थे !अब रत्नेश्वर को झटका देने के लिए अकरम और नदीम ने मिलकर रत्नेश्वर की वजह से निकले गए अरुण पाण्डेय और दीप नारायण को वापस लाने की फिराक में है ! जानकारी के मुताबिक चैनल के कैमरा मैन अकबर , फिरोज़ , रजिया सुलतान , के साथ सरे अल्प संख्यक कर्मचारी अकरम के फेवर में आ गए है तो दूसरी तरफ खासकर भूमिहार कर्मचारी रत्नेश्वर के पीछे खड़े हो गए हैं ! अब यह लॉबी कब बिस्फोट करेगी कहा नहीं जा सकता !इधर चैनल में काम कर रहे दुसरे कर्मचारी राजनीती से परेशानहोकर लगातार इस्तीफा देकर भाग रहे है !
प्रस्तुतकर्ता खुलासा4मीडिया पर 10/11/2009 0 टिप्पणियाँ


मौर्य: लौंच होने के पहले विवाद में
अब मौर्य चैनल में दो बड़े अधिकारी आपस में लड़ रहें है ! दरअसल मौर्य के डिप्टी एडिटर रत्नेश्वर और प्रोडक्शन हेड अकरम अली मार काट पर उतारू है ! इन दोनों की आतंरिक टकराहट सतह पर आने के बाद मौर्य कर्मी दो खेमे में बंटगए हैं ! रत्नेश्वर पी एंड एम के प्रोजेक्ट हेड राजीव मिश्र के करीबी हैं तो अकरम अली चैनल के मालिक प्रभात झा के नजदीकी माने जाते हैं ! और इन दोनों के बीच विवाद तब पैदा हुआ जब अकरम अली ने रत्नेश्वर के खिलाफ जंग का एलान करने के लिए सबसे तेज़ चैनल के कैमरा मन नदीम आलम के साथ मिलकर हाल फिलहाल वैकेट टेक्नीकल सेक्सन के पोस्ट को फिल करने के लिए आये वायो डाटा को शोर्ट लिस्टेड करना शुरू कर दिया और नदीम आलम ने अपने तीन लोंगो को बहल करने की प्रक्रिया भी शुरू करा दिया ! बस क्या था रत्नेश्वर ने मामले को बिगाड़ने के लिए राजीव मिश्र के कान भरने शुरू कर दिया ! इधर अकरम अली ने नदीम आलम को एक रणनीति के मुताबिक मीडिया के बड़े जानकार के रूप में पेश कर प्रभात झा के साथ अटैच कर दिया और नदीम आलम खुद ही मौर्य चैनल का टेक्नीकल हेड बनने के लिए लाबी शुरू कर दिया ! और अब तो चैनल के सी एफओ सुनील अग्रवाल और प्रभात झा के साथ इस मुद्दे पर बात भी हो गयी है और जल्दी ही नदीम आलम यहाँ टेक हेड का पद भी सम्हालेगे !नदीम इन दिनों अलसुबह मौर्य के गेस्ट हाउस में आते है और प्रभात झा की चरण बंदना कर आजतक जाते है और फिर मौर्य के कोर कमिटी के बैठक में आ जाते है ! मिली जानकारी के मुताबिक कोर कमिटी की बैठक में नदीम सातवे सदस्य के रूप में है ! यहाँ पहले से रत्नेश्वर ,अकरम अली , डीएम राजेश ,अशोक शर्मा अपने प्रोजेक्ट चीफ राजीव मिश्रा अरु प्रभात झा के साथ बैठक करते थे !
अब रत्नेश्वर को झटका देने के लिए अकरम और नदीम ने मिलकर रत्नेश्वर की वजह से निकले गए अरुण पाण्डेय और दीप नारायण को वापस लाने की फिराक में है ! जानकारी के मुताबिक चैनल के कैमरा मैन अकबर , फिरोज़ , रजिया सुलतान , के साथ सरे अल्प संख्यक कर्मचारी अकरम के फेवर में आ गए है तो दूसरी तरफ खासकर भूमिहार कर्मचारी रत्नेश्वर के पीछे खड़े हो गए हैं ! अब यह लॉबी कब बिस्फोट करेगी कहा नहीं जा सकता !इधर चैनल में काम कर रहे दुसरे कर्मचारी राजनीती से परेशानहोकर लगातार इस्तीफा देकर भाग रहे है !
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अखिलेश और नरेन्द्र ने फुका विद्रोह का बिगुल सारथी बने राज, धीरज, रणवीर और बबलू मौर्या में आज असत्य पर सत्य की जीत के लिए विद्रोह का झंडा बुलंद कर दिया ! इस शंखनाद का श्रेय अखिलेश और नरेन्द्र को जाता है.मौर्या में विगत १ महीने से ३ नाकारों की दाख्लान्दजी बढ़ गयी है. इनके अलावा १ मदारी भी है. ३ नाकारों का नाम है रत्नेश्वर, अकरम अली और धर्मेन्द्र मणि राजेश और मदारी है नदीम आलम .अब इनका परिचय सुन लीजिये :१. रत्नेश्वर हाँ ये वही सख्स हैं जिन्हें कभी मीडिया से नाता नहीं रहा और आजकल ये
मौर्या में डिपुटी एडिटर हैं ये पटना बुक फेयर में लड़की छेरने के चलते लात जुता खा चुके हैं . मौर्या में भी इनका यही काम है.२. अकरम अली ये वही सख्स है जिन्हें ndtv ने फीड चोरी करके बेचने के कारन अपने चैनल से बाहर का रास्ता दिखा दिया इन्हें कैमरा के अलावा कुछ नहीं आता पर इंटरव्यू लेते है टेक्नीकल हेड का अब चैनल का क्या होगा आप समझ ही गए होंगे३. धर्मेन्द्र मणि राजेश ये कभी दूरदर्शन में कांट्रेक्ट पर काम किया करते थे और आजकल बिनापेंदी का लोटा बना हुआ है !४. नदीम आलम ये हैं आजतक पटना के कैमरामैन इन्ही जनाब के कारन मौर्या में ६ लोगों ने
resign किया .हुआ यूँ की नदीम आलम मौर्या में प्रतिदिन आते जाते हैं वे अखिलेश को धमका रहे थे. उनका इल्जाम था की तुम मौर्या की खबरों को बाहर बोलते हो इस पर अखिलेश का कहना है की आजतक का कैमरामन नदीम आलम कौन होता है पूछने वाला की मै कहाँ जाता हूँ क्या करता हूँ. इसपर बात बढ़ गयीपिछले दिनों इन नाकारों ने डिरेक्टर मिस्टर प्रभात झा और प्रोजेक्ट हेड राजीव मिश्र के सामने पुरे टेक्नीकल टीम के खिलाफ कान भर भर के उन्हें बाहर निकलवा दिया बाहर निकले जाने वालों में टेक्नीकल हेड राकेश शर्मा, आईटी हेड प्रशांत कुमार पीसीर हेड मधुकर सिंह, गोपाल, राजन, व्यास, श्रवण, माधव, लोकेश, शैलेन्द्र
आदि प्रमुख हैं इन सब लोगों के निकाले जाने का गुस्सा भी इन लोगों का था निकाले गए लोगों की पिछले महीने की salary भी मैनेजमेंट ने रोक दी है कुछ लोगों की salary पिछले महीने बढाई गयी थी वो भी कम कर दी गयी है इन सब कारणों से ६ लोगों ने resign कर दियाइन ६ लोगों का ये भी कहना है की जो कुछ काम नहीं करते उन्हें रखा गया है और जो काम करते थे उन्हें नाकारा कह के निकाल दिया है ये मैनेजमेंट की मनमानी हैये भी खबर है की महुआ से आये असित नाथ तिवारी, इ टीवी के विशाल आज़म, ३६५ दिन से आई मयत्री त्रिपाठी रांची से लौंच न्यूज़ ११ में
जाने की तैयारी में हैं अवनींद्र झा मौर्या छोड़ के जा चुके हैं उन्होंने दर्श टीवी ज्वाइन किया है और कई लोग भी दर्श जाने की तैयारी में हैंमौर्या मे अफरा तफरी का माहौल है मैनेजमेंट पे ४ नाकारों के कारन सबका भरोषा उठ गया है अब सबको मन मे यही सवाल है की ये चैनल एयर होगा भी की नहींवैसे सबसे महत्वपूर्ण खबर ये है की मौर्या को चुना लगा कर कलकत्ता वापस गए बादामी के कारण प्रोजेक्ट डिरेक्टर राजीव मिश्र भी रत्नेस्वर और अकरम से नाराज़ हैं और अब राजीव सबसे पहले नाकारों को चैनल से बहार करने की तयारी में है और इसके लिए प्रकाश झा की सहमती लेने मुंबई
में है जहाँ चैनल के सी ऍफ़ ओ सुनील अग्रवाल के साथ पुरे मामले पर बैठक चल रही है !
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मेरे साथी

कतरन
2009 (12)
10/11 - 10/18 (9)
अखिलेश और नरेन्द्र ने फुका विद्रोह का बिगुल सारथी...
मौर्य: लौंच होने के पहले विवाद में
मौर्य: लौंच होने के पहले विवाद में

कहाँ से लायेंगे चैनल हेड मौर्या वाले

क्या भाई यह क्या इतना जल्दी हार मान गए
जी हाँ सर यह मौर्य टीवी है
मौर्या में राजीव मिश्रा का राज़
प्रकाश को दिवाला कर दिवाली मनाएंगे प्रभात झा
क्यों झूठ बोलते है सर
10/18 - 10/25 (3)
राजीव मिश्र कहाँ हैं प्रभात झा ?
मौर्या टीवी के मालिकानों की जय हो

मौर्य टीवी में आयेंगे नए हेड


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मौर्य टीवी में आयेंगे नए हेड