शुक्रवार

चैनल में राजनीति

जय हो

चैनल अभी ठीक से खडा भी नहीं हुआ और भाई जी लोग लग गए तीन तेरह करने में ... अपनी नौकरी पक्की नहीं और औरों की नौकरी खाने के लिए सुरसा की तरह मुंह खोल खडा हो गए |यह कोई एक चैनल की बात नहीं है | पटना से ब्रोडकास्ट होने वाले सारे चैनल की यही कहानी है |इतना ही नहीं भाई लोग अपनी नौकरी जाते ही अब दुसरे चैनल में पहले से काम कर रहे अपने ही विरादरी की ... ले रहे है | पता करना है तो चन्दन सा बदन वाले भाई से पूछ सकते है की भाई तोपचंची ससुराल वाले डीयर हीयर ने कैसे मेल आने से पहले ही चार्ज ले लिया | और ये भाई जी टीटीएम के लिए लाये तेल देखते रह गए |अब इनके आका को आसमान फाका दिख रहा है |

असल में कहानी आपको बता रहे थे भाई देश लाइव चैनल की ! इस चैनल की शुरुवात ठीक नहीं रही है ! पहले कोई और नाम और बाद में दुसरा नाम आकाश में आया ! भाई एक पूज्य ऋषि के नाम वाले पत्रकार को पटना का हेड बनाया क्या गया और झारखण्ड की जिम्मेवारी मिठाई नाम से शुरू होने वाले एक सीनियर पत्रकार को दी गयी !चैनल ठीक से चले की पोलटिक्स का कीड़ा घुस गया ... हम बड़े तो हम बड़े ... मालिक गया तेल लेने !पहले महान जी को धराशायी करने की योजना बनी और बिफल भी हुआ तो इस योजना को आकर देने वाले ऋषि महाराज को अपनी ही बलि देनी पडी है !यानी वही वाली बात... लटकल त गेल बेटा |

इसी तरह राजा के नाम वाले बिल्डिंग से चलने वाले चैनल की कहानी सुनिए ... भाई तोप चंची ससुराल वाले पत्रकार भाई को निकलवाने के लिए मिसिर जी ने अपना ही इस्तीफा दे दिया ... ल ... कर दिया खेल ... भाई को की विदाई ... भाई भी कमजोर नहीं मिसिर जी की सम्बन्धी को लेलिया ... और खेल शुरू हो गया है ... चल कबड्डी आस लाल ... लाल !

जय हो