शुक्रवार

नाम में ही सबकुछ है उसे बिगाड़ो मत

जय हो

मौर्य टीवी में सब कुछ अपने तरीके से चलता है ! कोई किसी का मालिक नहीं है सब राम भरोसे! आपको यकीन नहीं है ... कोई बात नहीं बुरा मानने की बात नहीं है ! अब देखिये ना अकरम सर का नाम पहले टीवी स्क्रीन पर केबुल ओपरेटर के लिए चलता था .... केबुल वाले संपर्क करे ... अकरम ........... नंबर पर ! पर यह क्या अचानक सब चेंज ! नाम भी गया और वो भी ... यानी इज्ज़त ! वैसे इज्ज़त पहले भी नहीं थी तो जायेगी क्या ? वैसे अकरम सर हैं जैक ऑफ़ ऑल ट्रेड मास्टर ऑफ़ नन ! जो कहिये उसी में हाँ ! अरे अकरम भाई आपको पटना में कौन नहीं जानता ? कहाँ से कहाँ तक कैसे चले हैं ... किसका क्या पकर कर कौन नहीं जानता ! प्रकाश झा को .... समझते हैं क्या ? वो सबसे बड़ा खिलाडी ! वही बात हमको भाया कुत्ता काट कर खाया ... समझ गए ना !
हाँ तो मै आपको बता रहा था की मौर्य में कुछ भी ठीक नहीं है ! अब देखिये ना कल सचिवालय के पास एक ट्रक पकड़ा गया रपोटरकौन ? भूपेंद्र ..... सॉरी यह मौर्य की एंकर कह रही थी मै तो जानता हूँ की डकैत का दलाल यानी रूपेंद्र वर्मा रपोटर था ! पर एंकर मैत्री को यह पता था की यह डकैत का दल्ला है सो उसने नाम ही बदल दिया !
वैसे आपने शायद गौर नहीं किया ... किया होता तो गुंजन का गंजन मज़ा लेकर देखते ! क्या लाइव किया भाई ! इतना बढ़िया बिहार बंद पर विश्लेषण ... आम तौर पर गुंजन या उसके लाल पानी वाले दोस्त ही करते है !
जय हो गुंजन लगे रहो ... मौक़ा मिले तो हाथ भी साफ़ कर लेना !
जय हो