गुरुवार

परचम लहरायेंगे नवेंदु

जय हो




आखिर नवेंदु ने अपना लक्ष्य पा ही लिया ! इसे कहते हैं लगन ! मन में ठान लिए कि हर हालत ... मौसम ... कैसा भी हो...घुसना है मौर्या टीवी में... और नवेंदु घुस गए ! बन गए मौर्या टीवी के खेवनहार ! नवेंदु को पहले ही मौर्या टीवी में जाना चाहिए था ... जाते भी पर ऐसा ना पोल्टिक्स कर दिया कि नहीं घुस पाए थे ! अच्छा कोई बात नहीं ... घुस गए हैं तो पैर भी पसारेंगे ... और बैठियो जायेंगे ही ! बड़े जुगारु टाइप है नवेंदु ... ऐसे वैसे थोड़े ही बैठेंगे ... बैठेंगे ही नहीं धंस जायेगे कि कोई उठा ही नहीं पाए ... इसीलिए सर के चेहरे पर चिंता की लकीर ... पांडेवा.. की भी ... वाली है ... सारा ज्ञान गुड गोबर कर देंगे ...
बड़ा छांटते रहते थे कि ... इ जानते ही नहीं है कि किदवई पूरी से कृष्णापूरी तक एक सड़क नहीं आती है और जिस रास्ते से चलकर आये हैं ... गुड गोबर कर दिए ... हट बकलोल


हाँ तो सायबान ... अब मौर्या टीवी पर गायन होगा ... विरहा ... चैती ... सोहर से लेकर विदाई तक के गीत वो भी बिलकुल ठेठ अंदाज में ... खासकर इस ख़ुशी में तो...रात ही हो गया ... झाजीवा का चैनल जाय तेल लेने ... पाहिले जमकर सोहर ...


बेचारा अग्रवाल भी निजात पाया ... जब ना तब ... ऐ सर सोहर सुन लीजिये ... आआअ रे रे रे .. जब से ललनवा ... आआआ रे ...
पक गया था कान .. ऐसा खखोड़ पार्टी कहीं नहीं देखे होंगे ...
वैसे एम कुमार जी आपको चिंता करने जरुरत नहीं ... इ पूरा बाल मूंछ रंगते है ... सफ़ेद नहीं दिखता है ... !

चलिए नवेंदु जी का पुनर्वास हो गया झाजीवा ने जस ले लिया ... समय से खराब हुआ समय अब ठीक हुआ है ... ऐसे ही होता है ... अब तो पढ़ाने का अनुभव भी आ गया है ... रात में काम ना करने वाले के लिए जोखिम बनकर ज्वाइन कर लिए ... एम कुमार ने परिचय कराया .. इ हैं ... विद्वान् पत्रकार ... अब आपलोंगों के बीच ... राजनीति देखेंगे ...ले बलैया .. जानते है सब का समझा .. दिन भर .. कैटरीना को ही देखेंगे ... धत !

तो बंधू .... सब खुश है ... सब झाजीवा ... अपना आदमी आ गया है ... इ कहियो केकरो हैं का कि पेट ठोक रहे है... अरे भाई इहो बीच में छेद वाला सीडी हैं ...


जय हो