शनिवार

साजिश ... षड़यंत्र की बू आरही है मौर्या टीवी में

संपादक जी बरा सिरियस हो गए है...समझ में नहीं आता की का करें.... कैसे भी कर करा के चैनलवा तीन नंबर पर आ गया ... तब भी हेडमास्टर जी को अपने पीछे बू ... बू आती है ...सब सा ... साजिश में लगे है ... लेकिन कुमार जी आपको फाड़ कर औरो को का मिलेगा काहे आपको सब में साजिशे लौकता है|

लेकिन हम जान गए की आपको साजिश की बू कहाँ से आ रही है ... भांजा जी के माथा के ऊपर से ना ... एक दम सही सोच रहे है अरे भांजा जी की खोपड़ी अब खतरनाक हो गयी है... देखे ना टी आर पी आया... और गाल कौन बजा रहा है ... किये दिए आप और मज़ा कोई और लेने के लिए तैयार है ... समझिये की जिसके खिलाफ आप साजिश किये ... उ आज अगर आपका... एट पीएम ब्रांड को देसी इस्टाइल में चुक्का में दाल कर बेच रहा है तो समझ लेना चाहिए ... उ तो बोला कुमार जी डाल डाल और बाबा पांड़े पात पात ... कर दिए थे बाबा पाँरे का बत्ती गुम बेचारा दिल्ली का गया नाशे कर दिया सब मिलकर ... इनपुट से एकदम्मे आउटपुट ले ... लहरियासराय कर दिया था उ तो ... बचा दिया ... खेल का तेल निकल गया |

अब कुमार जी बू आ रही है तो का ... का बिगाड़ लेंगे ... तभी ना मीटिंग में साजिश का खुलासा किये ...अब देखिये ना भाई जी का प्रोग्राम ... वेंदु जी का प्रोग्राम तकुमार साहेब चुप थोड़े रहेंगे एक्के बार में दू गो प्रोग्राम पर कुमार की के लिए ठन ठन गोपाल .... भोर में दू गो प्रोग्राम हीट... शामो में एगो फिट... लेकिन... आठ का वाट... लग गया ना ...कोई देखने वाला नहीं...भाई जी के आने खौफ में बेचारे का सब बार बार गिला हो रहा है ... धुत महराज अरे उ नहीं ... नयन से आंसू की धारा और इ नयनमा भांजा के साथ मिलकर खेल कर रहा है टी आर का पी गायब करने के चक्कर में है ... सो कुमार साहेब बुधवार से टेंसन में हैं... धाय एक मीटिंग बुला रहे है ... एलर्ट ... साजिश की बू आ रही है ... सावधान ... साजिश |

गुरुवार को तो गजब हो गया... कुमार साहेब ने नाइन 2 नाइन से महंगा वाला स्नो और पाउडर मंगवाया फेस मसाज भी किया और करीने से नेचुरल कलर लिपस्टिक भी लगाया और ले बलैया खेले खराब कर दिया ... मंत्री जी का लाइव बीचे में कट गया... रिपोर्टर को खोजा ...नदारद..... पटना रांची दोनों पार....किसी तरह लाइव ख़तम हुआ लेकिन टेंशन बढ़ गया खत्मे नहीं हो रहा था... ऊपर से मेकप वाला ठेंगा दिखा दिया है ... बेचारा पोछना उठाने के लिए तैयार नहीं हुआ ... अब तो वो भी वाट लगा दिया है | बुरबक को पते नहीं था की कुमार बाबू अपने चहरे का कितना ख्याल रखते है...फतवा जारी कर दिया... उसके लिए और बज गया बैंड अपना |जय हो कुमार बाबू |

अब खेल इधर का देखिये ... सब के बीच में एमसीआर ने ऐसा पटका मारा की कुमार बाबू ... ना नर ना नारी ... प्रोग्रामे नहीं चलाया.... ले लोटा...अब कुमार बाबू को देखिये ... दिन भर ऍमसीआर मुह मारते रहते हैं |नचा दिया है सब ... और खेल के पीछे के खेल को अब कुमार ने पकड़ लिया है ... बू आ रही है ... दुर्गन्ध ... साजिश का गंध ... पलीता लगा दिया है बस ...|

जय हो