रविवार

संकट अभी टला नहीं और झंझट लेने पर तुले हो

जय हो

किसी ने सच ही कहा है दुम अगर टेढ़ी है तो लोहे की पाइप भी उसे दस सालो में ठीक नहीं कर सकता ! यह अब दिख रहा है मौर्या टीवी में ! किसी तरह प्रकाश झा चैनल को ओनएयर करना चाहते हैं तो टेढ़ी दुम वाले साहेब लोग आपस में ही उलझा देते है चैनल को ! अब देखिये ना तयारी २६ जनवरी को झंडा फहराने की है पर चैनल के राजीवमिश्रा गायब हो गए है ! दस दिनों से दफ्तर नहीं आ रहे हैं ! संकट ही संकट ! भाई प्रभात झा लौट आये डाकू के मुखबीर को पत्रकार बनाकर और गेस्ट हाउस में डेरा डंडा जमा लिए है ! तो रत्तू भैया लाज शर्म बेचकर फिर चैनल में बिना पेंदी के लोटे डीएम राजेश के साथ लौट आये है ठीक उसी तरह जैसे किस्से की बुढ़िया रोज़ नदी से लौट आती थी लोग पूछते थे की मरी क्यों नहीं तो बुढ़िया का जवाव होता था की घास ने रोक लिया ! और रत्तू भैया को भी ऐसे ही कोई रोक लेता है बेचारा डूब भी नहीं पाता लगातार जलील होने के बाद रत्तू को अब पता है नहीं है की ज़लील कहते है किसे !दरअसल रत्तू के सामने परेशानी है की उसने मौर्या टीवी के स्टाफ बनते ही मारुती गाडी खरीद लिया और उसका किस्त देना है सो ज़लील क्या लात भी लोग मारेंगे तो भी भैया काम करेंगे भले ही .... टेस्ट चेंज करने वाला ही काम क्यों ना हो !
अब एक बात और की मौर्या टीवी वाले कई नेट ब्लॉग को पैसे दें रहे की उनके बारे में असलियत ना लिखा जाय ! पर सच यह है की मौर्या के अन्दर अफरातफरी मची है सब भागना चाहते है पर बाहर कोई काम देने को तैयार ही नहीं ! वैसे कोलकाता में सड़क पर इंस्पेक्टरी करने वाले सरकार को रख कर अच्छा ही हुआ यहाँ भी आग लग सकती है ! सरकार को सीएनइबी ने इसी लिए निकाल दिया था की इसके रहते सर्वर में आग लग गयी थी अब मौर्या वाले समझे !
तेज़ तर्रार प्रोडूसर लोग आकर ज्वाइन कर लिए पर काम ही पता नहीं ! दरअसल प्रकाश झा ने आज़ादी ही नहीं दी है की कोई अपने मन से काम करे अगर बिना पूछे किया तो हलाल !
बहरहाल राजीव मिश्रा दिल्ली में नौकरी की तलाश में लग गए है और खबर तो यह है की बिहार के एक राजनीतिग्य के पैसे से चैनल ही लायेंगे ! देखें क्या क्या सब दिखाए जिंदगी !
जय हो