मंगलवार

बोया पेड़ बबूल का तो आम कहाँ से होई

जय हो



पटना की धरती से पहला चैनल होने का दावा करने वाले एक देसी चैनल पर शुक्र का पूरा प्रभाव आ गया है ! शुक्र की महादशा का ही प्रभाव है की चैनल को अचानक अपन यहाँ इन्टर्नशिप के लिए आयी छह लडकियों का कार्यकाल पूरा होने से पहले ही निकाल बाहर करना पड़ा ! इतना ही नहीं चैनल के तीसमार खान का गिन्जन हो गया ! इलाज के लिए रांची भेजा गया पर वहां भी गिन्जन सो अब लेटर ... ले लो भाई लेटर ले लो ! चैनल के मालिक ने दरवाजे पर आवाज लगाना शुरू कर दिया ले लो भाई लेटर ले लो ! नहीं लिया तो दे दिया वही लेटर ! अब गिन्जन भाई की टोपी कौन बचाएगा ! अगले ने तो अपना मतलब साध ही लिया ! जिसको चाहा उसको शुक्र का प्रभाव बढ़ाने के लिए गिन्जन के मार्फ़त ज्वाइन करा दिया ! ले दे के जो बचे उसने भी शुक्र का प्रभाव नापने के लिए नाचना शुरू कर दिया ! नतीजा सुनेगे तो शर्म से पानी पानी हो जायेंगे भले ही चैनल वालो को शर्म नहीं आती है !

आपको बता दें कि यह चैनल पटना के हडताली मोड़ से दाहिने मुड़ने के बाद फिर बाएं जाकर बाएं मुड़ेंगे तो समझ जायेंगे कि यही वह जगह है जिसकी चर्चा कामदेव भी कर रहे है ! चैनल की खासियत यह है कि यहाँ बीते सप्ताह में सफाई कर्मचारी ने शिकायत की है कि देश में दूरदर्शन पर बच्चे ना पैदा करने के लिए जो विज्ञापन आता है उसका ही .... खोली भरा है ! सबके हाथ पाव फूल गया ! जांच हुई तो पता चला कि आईटी वालो की करतूत है ! ले भाई ... सबको लेटर ... जा भाई जा ... मज़ा अब बहार लो ... पर यहाँ तो हर शाख पर कामदेव बैठे हैं अंजामे चैनल क्या होगा ... बर्बाद चैनल करने को बस एक ही अक्कू काफी है सो अक्कू को लेटर !

अब समझो फ़िल्मी भैया ... कर दिया ना कमाल ... ले दे के लाफाशूटिंग कर दिया ना !लस घस ऐसा किया की गिन्जन , अक्कू , समेत दस को दस का दम दिखाना पड़ा ! खबर जंगल में आग की तरह फैली ... पता चला की ओवी वैन को भी गन्दा कर दिया था ! आईटी के साथ वाले कमरे को तो हाथी बगान बना दिया था ! राम राम ... एक बार फिर गंगाजल ... वैसे यह कहावत सच है कि ... बोया पेड़ बबूल का तो आम कहाँ से होई !

जय हो