गुरुवार

नदीम के मंसूबों पर फिरा पानी

नदीम के मंसूबों पर फिरा पानी


जय हो

देश के सबसे तेज़ न्यूज़ चैनल में कैमरामैन की हैसियत से काम करने वाले नदीम आलम के मंसूबों पर मौर्यटीवी प्रबंधन ने पानी फेर दिया है ! बेचारा काफी दिनों से दुसरे चैनल में जाकर अपना दुखरा रोने वाले मौर्य टीवी के कर्मियों की मुखबिरी महज इसलिए कर रहा था की उसे उम्मीद थी की चैनल वाले उसे टेक्नीकल हेड के तौर पर बहाल कर लेंगे ! पर आज जब चैनल के लिए इ टीवी राजस्थान से एक को चैनल के टेक्नीकल डिपार्टमेन्ट में काम करने के लिए बुला लिया तो उसका अरमान जल कर राख हो गया. ये आने वाले अतिथि पैनल प्रोड्यूसर के रूप में काम करेंगे . पंद्रह दिनों तक दिल्ली -मुंबई का चक्कर लगाने के बाद राजीव मिश्र की यही अचिवेमेंट है . इसके बावजूद फेविकोल की तरह नदीम आलम प्रभात झा से चिपकने की कोशिश में दिन रात लगा हुआ था . सबसे चकित करने वाली बात ये है की अपने को टेक्निकली साउंड मानने वाला यह नदीम आलम आज तक नॉन मट्रिक है और पैरवी पैगाम से आगे बढ़ नहीं पाया तो वह किस बूते मौर्य को आगे बढ़ाएगा, फिर भी मुगालते में जीने का आदी नदीम आलम मधुमख्खी की तरह मौर्य ऑफिस के भीतर मंडराता रहा . खैर हो अकरम अली का जिसने नदीम आलम की सारी कहानी प्रभात झा और राजीवमिश्र के साथ प्रकाश झा को मेल कर दिया . वरना उसकी खुद की नौकरी खतरे में पर जाती . हाय रे नदीम की किस्मत .... गुरु ही धोखा दे गया . इतना होने के बावजूद भी नदीम आलम है की मानता नहीं . लड़कियों से दोस्ती के शौकीन नदीम आलम मौर्य टीवी में अगर चक्कर लगा रहा है तो वजह यह भी है . लेकिन बेचारा नदीम ....आखिर क्या करे. आखिर बकरे की अम्मा कब तक खैर मनाएगी . हलाकि नदीम को जानने वाले अक्सर कहते है की इसके जैसा बत्तख कही भी जायेगा तो बंटाधार ही करेगा . अगर इसकी कहानी सुननी हो तो अकरम अली से सुनिए !
जय हो
पहले मेरा कैमर ढोने वाला फिर जिसको मैंने कैमरा चलाना सिखाया आज वही नदीम मेरा बाप बनने चला है ! मई भी मुसलमान की औलाद हूँ ..................... मजबूर हूँ की फीड चोरी के आरोप में नौकरी गयी नहीं तो .................. ?

चलिए एक बात कह देना चाहता हूँ की चैनल अगर चला तो नदीम को घुसने नहीं दूंगा )
यही अल्फाज़ है अकरम अली के जिसे आजतक मौर्य ने अपना स्टाफ नहीं माना है !आज भी वह दूसरों के सहारे जीने की कोशिश में लगा है !

चलिए आज के लिए इतना ही

जय हो