मंगलवार

ऐसी मस्ती .... और कहाँ !

जय हो

अब कैसे भला हो आपका ! आज फिर आपको छोड़ गया किशोर ! आप शायद किशोर को जानते होंगे ! मौर्या टीवी का झारखंड का डिसट्रीब्यूसन हेड था पर नाग नाथ की वजह से वह छोड़ गया ! आखिर क्यों ऐसा है की सारे लोग प्रकाश झा को ठेंगा दिखा कर जा रहे है ! वैसे यह या तो प्रकाश झा बता सकते हैं या फिर छोड़ने वाले लोग ! पर इतना तो तय है की किसी दिन एक बड़ा अधिकारी भी छोड़ कर चला जाए !

असल में इस अधिकारी ने मौर्या में रह कर अपने हिस्से का पाप कर लिया ! किसी को उसके अन्दर बाहर के सारे वस्त्र खरीद दिए और इसके एवज में जो लिया वह वह बताने लायक नहीं है ! यह मौर्या टीवी में ही संभव है ! यहाँ लड़कियों के साथ क्या आज़ादी है यह सब जानते हैं ! पहले जब रत्तू भैया थे तब भी और आज भी ! रत्तू भैया ने तो बकायदा लड़कियों की मेफिल सजाते थे और जब एक ने विरोध किया तो उसको निकलवा दिए ! क्या नहीं हुआ ! सब हुआ ऑफिस से लेकड़ नयी गाडी तक में ! बहाना तो अकरम भी बनाता रहा पर एंकर तैयार करने के नाम पर मक्का मदीना घूम आया ऐसी मस्ती .... और कहाँ !

सच लिखना और सुनना काफी कठिन है ! आप सच ना बोल सकते है और ना ही सुन सकते हैं ! पर सच तो सच है ! अपने दिल पर हाथ रखकर जब अपनी कहानी याद करेंगे तो एहसास होगा ! आज आप जिस जगह पर बैठ कर गरिया रहें है वहीँ जब आपकी पोलपट्टी खुलेगा तो बाप बाप करना शुरू कर देंगे ! महोदय अकरम जी , निगाह अच्छी रखिये ... निशाना गलत है आपका ! वह आपको भाई मानती है और उसको एंकर के नाम पर छी छी !

प्रकाश झा को यह सब अच्छा लगता है ! क्योंकि यहाँ के लोगो से सोच मिलती है ! पर बॉस इस देश में जब आप भी गंगा पार नहीं करते तो अपने चैनल कार्मिको समझाइये ! की पत्थर के हो डूब जाओगे , भूले से समंदर पार करने की कोशिश मत करो !

जय हो

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