शुक्रवार

जूता बेचने वाली चैनल की प्रशासक

जय हो
यह कोई कोरी बात नहीं है ... सौ फीसदी सच है ... मैडम सिंह आजकल हमार टीवी में प्रशासक के पद पर बहाल हो गयी हैं | इनके आने से चैनल में बहार आ गया है ... काम करने वाले से लेकर ... क ..पति सिंह भी टनाटन्न है और मस्ती में काम चल रहा है | कोई चिंता नहीं ... कोई फिकर नहीं ... चैनल कर्मी को सही समय पर मुद्रा मिले या नही पर ... मैडम को एडवांस में ही सैलरी और गिफ्ट मिल रहा है | भाई मिले क्यों नहीं ... मैडम है रांची से आयी है ... रांची का पानी चेहरे से छलकता है | सो इनका आदेश आजकल सब मानने को तैयार रहता है ... डांट सुनाने का मतलब ... अगले दिन अकेले में बतियाने का सुख ... सो सब ऊपर वाले की कृपा है |
तो आप कहिएगा की भाई इसमें खबर क्या है ... तो अब खबर बताता हूँ ... मैडम का असली नाम कुछ और है ... असली नाम भी बताना पडेगा क्या ... चलिए उ भी बता देता हूँ ... उषा ... रांची के सबसे महंगा जूता दूकान में थी ... पूमा शॉप ... अब उषा ... शाम की बेला में छवि ... आइना जो ना कराये ... तो छवि बनी रहे सो यही नाम ... कृपा ऊपर वाले की ... कोई तो दोस्त बनाने वाला मिला ... दोस्त बन गयी ... निशब्द ... उम्र मायने नहीं रखता ... बुची को गोद में बैठने का सपना लिए .... छवि की यारी पा धन्य हो गया और बन गयी एक कहानी |
अब देखिये न मैडम मिलन.... सार है ... यहाँ जो ना मिला उ कहते है ना ... भोजपुरी में ... छीनलपाना ... यही विभूषण मिलता है पति सिंह से ... तो आप भी मिल सकते है ... ना तो जाकर ... को डीनेटर ... सर से पूछ लीजिये ... आजकल मैडम का हुकुम से आँखों पर |
जय हो

2 टिप्‍पणियां:

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  2. hamar wale bhai log yeha phale bhi kuch nhi mila hai sab ko or na ab milega kisi ko

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