बुधवार

विचित्र शहर के टीवी चैनल में अब बनेगा प्रिगनेंसी रूम

जय हो

यह वही विचित्र शहर है जहाँ सब कुछ अपने हिसाब से चलता है |कोई कुछ भी करे ... कुछ भी तो आप उसे रोकने की हिमाकत मत कीजिये ... फंस जाइयेगा ... वंजर खेत में जान जोखिम में चला जाएगा ... लेकिन वेकिन नहीं ... अपने को सम्हाल के रखना पडेगा ... समझे ...जो कुछ पहले विचित्र देश के बड़े शहरों में होता था अब इस विचित्र शहर में होता है |आप पूछेंगे कि की बात बनौवल से क्या मतलब ... कहानी बताइये ... तो जनाब ... कहानी नहीं यह एक हकीकत है जिसे आप नाक बंद कर कबुलिये या गटकिये ... झेलना तो पडेगा |

हाँ, तो मई आपको एक कहानी बता रहा था ... बिलकुल तोता मैना की कहानी ... जैसे दादी बचपन में सुनाती रही है ... पर दादी की कहानी और इस कहानी में फर्क यह है कि दादी की कहानी में एक अर्थ था और इस कहानी में सत्य है !जैसा कि आप जानते हैं कि विचित्र शहर में सब कुछ है नहीं है तो तमीज़ और यह यहाँ आप किसी को बताइये नहीं | लगता है कि फिर भटक रहा हूँ तो सीधे कहानी ...| तो विचित्र शहर के इस थोड़े से पुराने और टी आर पी में उतार चढ़ाव वाले चैनल से जब स्यंभू सम्पादक ने विदा ली और एक ब्लॉग पर अपनी विदाई की कहानी सूना रहे थे तो उसी समय उसी चैनल में एक अफवाह उडी की भाई अब इस चैनल में काम करने वालो को और आज़ादी मिलने वाली है ... आज़ादी यह कि चैनल वालों ने यह फैसला किया है कि चैनल के अन्दर काम करने वालियों की चाहत को देखते हुए एक ऐसा कमरा बनाया जाएगा जहाँ प्रिगनेंसी और अबोर्सन कराया जाएगा ! इसके लिए अब किसी को छुट्टी नहीं दी जायेगी |खबर फैलते देर नहीं लगी और जब खबर उन तक पहुंची तो उनकी आँखों में आंसू आ गए ... कितना बढ़िया मालिक है ... काम करने वालो की हर चाहत पर ध्यान दिया जाता है | पर कई दुसरे कर्मी चौंक गए कि भाई इस फैसले की वजह ... लोग एक दुसरे से पूछने की हिम्मत भले ही नहीं जुटा पाए पर उनकी आँखों की घूमती पुतली इस बात की ताकीद कर रही थी |अब शुरू हुआ वेबजह की जांच पड़ताल ... ले भाई मामला खुल गया ...|

तो जनाब जिसको इस चैनल में पण्डेवा एंकर बना कर लाया था ... बेचारी प्रेम फांस में फंस कर ... चैनल के एक सहयोगी को सब कुछ सौंप दी ! पता चला कि दिल लेने वाले साहब धोखा देकर भागने वाले सम्पादक का करीबी है और एंकर में ज्यादे मौक़ा दिलाने के नाम पर सब कुछ लूट लिया और बेचारी एंकर एक महीने के बिना सैलरी पर घर में छुट्टी लेकर आराम कर रही है क्योंकि उसके अन्दर नीना गुप्ता बनने का माद्दा नहीं था !

इस बात की जानकारी कुछ को ही थी वो भी ... विचित्र शहर के एक पांच सितारा होटल में उल्टी आने के बाद ... मामला समझ में आया बेचारी एंकर को ... क्या करती फायदे के चक्कर में सब कुछ लूटा दिया |पर जिस दिन से चैनल कैम्पस में सारी मेडिकल फैस्लिटी मिलने की बात का ऐलान हुआ है अब तो लाइन लगा दिया है सबने ! कोई मेकप रूम को इस्तेमाल कर रहा है तो कोई गंगा किनारे के फ्लैट का सहारा ले रहा है !मस्ती है भाई ... ऐसी मस्ती और कहाँ |

तो जनाब , आपको भी ऐसी कोई नौकरी की तलाश हो तो सीधे विचित्र शहर के पांडेवा के पास पहुँचिये और लाइन में लग जाइए |

जय हो

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