शुक्रवार

फूल ड्रेस टाईट हैं तो स्वागत है आर्यन टीवी में


जय हो

लङकियों को मीडिया में काम करना हो तो फिजिकल रूप से हमेशा टाईट रहिए। आपका बॉडी टंच रहना चाहिए...देखने में खूबसूरत हो जिस पर कोई भी मर मिटे । तभी आप मीडिया में काम कर सकती हैं। यह कहना मेरा नहीं है....ये डिमांड है आर्यन के तारणहार गिंजन जी का...मेरी बात पर विश्वास नहीं हो तो आप आर्यन टीवी जाए आपको अपने आप सबकुछ दिख जाएगा। सीसे के चेंबर में बैठे टोपी बाले बाबा के सामने 20 से 21 साल की लङकी बैठी मिल जाएगी। आज कल फिर से वे सभी को मीडिया में आने का गुर सिखा रहे हैं। उनके अनुसार न उन्नीस से कम हो न इक्कीस से ज्यादा तभी आपके पीछे सभी आयेगे।

महिला प्रेम उनकी कमजोरी है ये तो सभी जानते ही होंगे। ये महाशय इसी कारण हर चैनल को छोङते रहे हैं...जहाँ वे खुद नहीं छोङे वहाँ से उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। कुछ दिन पहले की ही बात है गिेंजन जी प्रोफेसरगिरी छोङ कर फिर से चैनल में आने की सोचे... मौका भी मिला झाजीवा के चैनल में...नौकरी पर आते ही सबसे पहले अपने चेंबर को साफ करवाये...ताकि उन्हें अपने पुराने धंधे में कोई तकलीफ न हो... सभी महिला एंकरों पर डोरा डाले... मगर ये क्या पहले से काम कर रही लङकियों ने कोई भाउये नहीं दिया...सो उन्होंने अपनी रणनीति बदली ...अब वे अपना जादू इन्टर्न पर चलाए...जादू चलना शुरू हो गया...और जादू भी ऐसा एक, दो नहीं आधा दर्जन लङकियों को अपने चेंबर में बैठा कर देने लगे...मैनेजमेंट से लङकर सभी को तीन तीन हजार की नौकरी भी दिलवा दी...लेकिन कुछ ही दिन के बाद संपादक जी के साथ खटपट होने लगा...संपादक जी बोले गिंजन जी अकेले से काम नहीं चलेगा...बेचारे परेशान ई कहा से आ गया दाल भात में मूसल चंद...संपादक जी भी कहाँ पीछे रहने वाले थे...लगे कान भरने झाजीवा का... काम रंग भी लाया कुछ ही दिन के बाद इस्तीफा देना पङा बाबा को.... यही रोग एक बार फिर से सर चढ कर बोलने लगा है गिंजन जी को...काम कम गप्प ज्यादा वो भी लङकियों के साथ...जिसके कारण मौर्या से निकाले गये थे एक एक कर सभी को नौकरी देना शुरू कर दिए हैं। श्रुति को बुलाकर नौकरी दे दी सात ही कहा कि औरो कोई हो तो बताना...

हम तो यही कहेंगे गिंजन जी एस बार संभल जाईये नहीं तो फिर हो जाएगा टाई टाई फिस्स...

जय हो

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