जय हो
आपको पहले ही चेता रहा हूँ ... सम्हल कर टीवी देखिये ... आगे पीछे के चक्कर में ये टीवी वाले हमें एकबार फिर भूत प्रेत ... सांप बिच्छु से भयभीत कराने के खेल रच रहे है ... आपको याद दिला दूं के दो दिन पहले देश के नंबर वन का दावा करने वाले आजतक ने दो घंटो तक ऐसे डराया कि कईयों ने तो टीवी बंद कर लिया वहीँ अपने को स्टार कहने वाले ग्रुप का खेल देखिये कि ये तो भूत पर उतार गया !अब इस खेल का हम कर रहें है खुलासा कि आखिर ये टीवी वाले का सांप बिच्छू और भूत प्रेम क्यों जाग गया है !
अयोध्या फैसले के दिन आजतक चैनल के हिस्से आई बंपर टीआरपी से फूलकर कुप्पा हुई आजतक की टीम ने यह प्रोमोशन शुरू किया कि –“ख़बर मतलब आजतक”। 30 सितम्बर को अयोध्या पर आया फ़ैसला और उस दिन आजतक को सबसे ज़्यादा लोंगो ने देखा। उससे कहीं पीछे स्टार न्यूज़ और इंडिया टीवी क्रमशः दूसरे और तीसरे नंबर पर आए। आजतक की टीआरपी ने उस दिन इतनी उछाल भरी कि पुरे हफ्ते का ग्राफ़ केवल एक दिन में ऊपर उछल आया।आजतक वालो ने फिर दावे करने शुरू किया कि आगे भी ख़बरे ही दिखाएगा। कम से कम आजतक के धांसू प्रोमोशन से तो ऐसा ही लग रहा था।
अभी दो ही दिन हुए थे कि एकाएक आजतक के एडिटोरियल टीम को अक़ल (?) आई और सोचा कि एक दिन के भरोसे तो गाड़ी को स्पीड मिल गई.. लेकिन अयोध्या बार-बार आने से रहा। कोर्ट के फ़ैसले के बाद दो-तीन दिन खींचतानकर अयोध्या पर ही चैनल ने बहस दिखाई थी। लेकिन लोगों की रुचि कहां अयोध्या पर टिकी रहनी थी सो टीम के सामने चुनौती थी कि टीआरपी ऊंची कैसे बनी रहे। वरना फिर लेने के देने पड़ जाएंगे। और एक शॉर्टकट फ़ार्म्यूलाखोजने के पीछे अपने सैकड़ों रिपोर्टर को लगा दिया | पर यह भी सोचना आजतक के नकवी के लिए भारी पर गया कि पुराने मॉडल के रिपोटर रूपी तोप के भरोसे टीआरपी ऊंची बनाए रखनी मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है। लिहाज़ा तय हुआ कि सभी भूत-प्रेत-नाग-नागिन और चुड़ैले एक साथ बाहर निकाल ली जाएँ। जिन हथियारों के दम पर इंडिया टीवी ने टीआरपी के किले में सेंध लगाकर अगड़े चैनलों में घमासान मचाया था। वही हथियार अब आजतक ने हथिया लिए |
कम से कम इन तस्वीरों से तो दर्शकों को यह तय करना है कि ख़बर का मतलब आजतक होता है या आजतक माने अंधविश्वास। गुरूवार (7 अक्टूबर) को चैनल ने प्राइम टाइम में लगातार डेढ़ घंटे तक सांप-संपेरों का खेल खेला। हरियाणा के हिसार गांव के एक ऐसे व्यक्ति को स्टोरी बनाया गया जिस पर यह पागलपन सवार था कि सांप उसे काटने आते हैं। चैनल ने स्टूडियो में पंडित-मनोवैज्ञानिक और डॉक्टर तक बुलाए । पीपली लाइव के मानिंद सांप-सपेरा लाइव बिठाए गए। उधर गांव में रिपोर्टर ने पहुंचकर पूरा मजमा सजाया और चौपाल भी बैठी। कल तक जो खबर मतलब आजतक बताया जा रहा था। वहां सांप महाराज संपेरे की पुंगी पर नाच रहे थे। सांप एक विक्षिप्त देहाती को डस रहा था तो चैनल के एंकर स्टूडियो में बैठे विशेषज्ञों को डस रहे थे। वे सब मिलकर हम दर्शकों को डसते रहे। अयोध्या के बाद आजतक के लिए यह “राष्ट्रीय मुद्दा” बन चुका था।
एक वक़्त था जब इंडिया टीवी के माथे यह ठीकरा फोड़ा जाता था कि रजत शर्मा का यह चैनल केवल नाग-नागिन, एलियन्स और भूतप्रेत के दम पर टीआरपी बंटोरता है। पर इंडिया टीवी के शुरमाओ ने अपनी बीमारी आजतक को ट्रांसफर कर दिया । उधर, इंडिया टीवी तो फटाफट खबरों में मस्त है। दो साल हुए इस चैनल में अब ना तो कोई भूत आता है और ना ही नाग। अलबत्ता अपमार्केट भूत और एलियन्स स्टार न्यूज़ पर इन दिनों जमकर दर्शन दे रहे हैं।
तो भाइयो टीवी के भूत को झारू से झाड कर ठीक करने का माद्दा आपही दर्शको के पास है ! तो एक बार झाड दीजिये और फिर कहिये ...
जय हो

आजतक चैनल चलानेवाले और उसमें काम करने वालों का मानसिक स्वाथ्य खराब है. वे हमारी नफरत नहीं बल्कि सहानुभूति के हक़दार हैं. उनके बारे में ऐसी पोस्ट लिखकर आपने मेरे मन को चोट पहुंचाई है.
जवाब देंहटाएं